मंदसौर। मंदसौर में मादक माफियाओं पर पुलिस का तगडा एक्शन हुआ है। मादक पदार्थ की तस्करी से अर्जित संपत्तियों पर सफेमा के तहत कार्रवाई हुई है। करीब 100 करोड की संपत्तियां है, जिन पर यह कार्रवाई मंदसौर पुलिस द्वारा की गई है। इन संपत्तियों को तस्कर व उनके परिजन बेच नहीं सकेंगे वहीं आगे इन संपत्तियों को कुर्क किया जाएगा।
इस कार्रवाई के दायरे में वे संपत्तियां आईं, जिन्हें तस्करों ने नशे के कारोबार से कमाई करके खरीदा था। इनमें जमीन, मकान, वाहन और अन्य चल-अचल संपत्तियां शामिल हैं। एसपी अभिषेक आनंद के निर्देशन में पुलिस ने साल 2025 में NDPS एक्ट के तहत दर्ज 30 मामलों की पड़ताल की। इनमें शामिल तस्करों और उनके परिवार की 134.76 करोड़ रुपए की संपत्ति की पहचान की गई। इनमें से 26 मामलों में संपत्ति फ्रीजिंग के आदेश SAFEMA अधिनियम (1976) के तहत पास हुए, जिनकी कुल राशि 91.58 करोड़ रुपए है। बाकी चार मामले मुंबई की SAFEMA कोर्ट में लंबित हैं, जिनमें जल्द फैसला आने की उम्मीद है।
18 आरोपी जेल में, 6 फरार तस्करों पर नया मामला दर्ज—
जिन 26 मामलों में SAFEMA कोर्ट से कन्फर्मेशन मिला है, उनमें से 18 आरोपियों को 10 साल या उससे अधिक के लिए जेल भेजा गया है। इसके अलावा, एनडीपीएस एक्ट के तहत लंबे समय से फरार चल रहे 6 तस्कर दीपक मोड़, भरत पाटीदार, लियाकत खान, दिलीप पाटीदार, रामकिशन पाटीदार और जाकिर खान के खिलाफ BNS की धारा 209 में मामला दर्ज किया गया है।
मंदसौर पुलिस का कहना है कि हर तस्कर की संपत्ति की जांच व्यापक स्तर पर की जाती है। किस तस्कर ने कब, कितनी राशि से कहां संपत्ति खरीदी इसकी पुष्टि के बाद ही SAFEMA के तहत कार्रवाई आगे बढ़ाई जाती है। जांच में यह बात सामने आई कि कई तस्करों ने काली कमाई से घर, दुकान, खेत और वाहन खरीदे थे। संपत्तियों को लेकर जारी सूची में कई कुख्यात तस्कर शामिल हैं। जिनकी संपत्ति फ्रीज की गई। इनकी संपति फ्रीज हुई है।
इनकी संपत्तियों पर शिकंजा—
दशरथ चौधरी- ₹19.10 करोड़
ईश्वरलाल पाटीदार- ₹21.18 करोड़
उदय सिंह- ₹11.72 करोड़
महेंद्र डूक्षसह- ₹4.46 करोड़
रहमत अली अजमेरी- ₹4.43 करोड़
कय्यूम अजमेरी- ₹2.55 करोड़
ललित जेन- ₹2.63 लाख
अम्बालाल पाटीदार- ₹1.40 करोड़
दुर्गा शंकर पाटीदार- ₹1.60 करोड़
गोपाल पाटीदार- ₹1.19 करोड़
आज़ाद मंसूरी- ₹1.17 करोड़
कमल सिंह डांगी- ₹1.31 करोड़
राजस्थान और MP के जिलों में फैली तस्करी की जड़ें—
फ्रीज की गई संपत्तियां सिर्फ मंदसौर तक सीमित नहीं हैं। कार्रवाई का दायरा नीमच, रतलाम, और राजस्थान के प्रतापगढ़ व झालावाड़ जिलों तक फैला हुआ है। यह SAFEMA कानून के तहत MP और राजस्थान में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।
मल्हारगढ़ क्षेत्र से 66 करोड़ की फ्रीजिंग—
जनवरी से जून 2025 तक सबसे अधिक SAFEMA कार्रवाई मल्हारगढ़ विकासखंड के तीन थाने मल्हारगढ़, नारायणगढ़ और पिपलिया मंडी में हुई। सिर्फ इन तीन इलाकों से 65.97 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति फ्रीजिंग के आदेश SAFEMA कोर्ट से मिले हैं।