नीमच। नीमच जिले में सालों से जमे हुए पुलिसकर्मियों का पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल ने स्थानांतरण कर दिया है। एसपी श्री जायसवाल की सिफारिश पर आईजी उज्जैन आफिस से नीमच जिले के पांच पुलिसकर्मियों का स्थानांतरण हाल ही में हुआ है, पर इसमें से अधिकांश पुलिसकर्मी आदेश के खिलाफ जाने की तैयारी में है, ये अपने—अपने आकाओं के यहां है और आर्डर केंसिल करवाने में जुटे हुए है। एक खबर यह भी सामने आई है कि कोर्ट में जा सकते है, पर सालों से जमें हेडकांस्टेबल नीरज प्रधान सहित अन्य पुलिसकर्मियों के स्थानांतरण को लेकर नीमच जिले में खुशी है, कहीं पर भी एनडीपीएस होता तो हेड कांस्टेबल नीरज प्रधान का मोबाइल व्यस्त होना शुरू हो जाता था। इसी तरह प्रदीप चौधरी, मुकेश चौहान भी नीमच जिले में चर्चित रहे है। एसपी अंकित जायसवाल ने इन पुलिसकर्मियों की कार्यप्रणाली की जांच की और इसके बाद अंतिम आदेश जारी हुआ था।
स्थानांतरित पुलिसकर्मियों की संपत्ति की जांच हो तो होंगे कई बडे खुलासे—
हेड कांस्टेबल नीरज प्रधान को नीमच जिले में प्रदह सालों से अधिक का समय हो गया था, प्रमोशन भी नीमच में हुआ। पहले आरक्षक थे। उस दौरान परिवहन विभाग की चेक पोस्ट में नौकरी की, हाल ही में भोपाल में परिवहन विभाग के सेवानिवृत्त आरक्षक सौरभ शर्मा के यहां करोडों का खजाना मिला है, अगर आईटी, लोकायुक्त सहित अन्य एजेंसी नीरज प्रधान की जांच पडताल करें तो करोडों का खजाना मिल सकता है। स्थानांतरित पांचों पुलिसकर्मियों की संपत्ति की जांच हो तो एनडीपीएस एक्ट में तोडबटटे सहित अन्य मामले उजागर होंगे
इन्हें किया था जिला बदर—
नीमच जिले से बाहर होने वाले पुलिसकर्मियों में हेड कांस्टेबल नीरज प्रधान, प्रदीप चौधरी, प्रवीण जोशी, आरक्षक विजेश कुमावत, मुकेश चौहान है। इसमें आरक्षक विजेश कुमावत नया है, बाकी सभी चारो पुराने खिलाडी है। जिन्हें एनडीपीएस एक्ट की पिच पर बेटिंग करने का शौक है। इनकी शौहरत भी रही है।