— कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी का मास्टरमाईंड है राजू डंडी, निष्ठावान कार्यकर्ताओं की एक ही मांग कमलनाथजी विधानसभा चुनाव तक कमलनाथजी राजकुमार अहीर को छिंदवाडा या अन्य जगह ड्यूटी लगा दे तो होगा कांग्रेस का बेडा पार
—फिरौतीकांड और अपहरणकांड में फंसे दोनों बेटों को बचाने के लिए भाजपा के कई नेताओं के सामने लगा चुका है गुहार, इसलिए बडा बेटा मनुराज अहीर पांच हजार का ईनाम घोषित होने के बाद भी गिरफ्तारी से बचा हुआ है
— पूर्व मंत्री जीतू पटवारी के सामने जन आशीर्वाद यात्रा में विरोध प्रदर्शन करवाने के पीछे राजू डंडी की तगडी साजिश
नीमच। एक नहीं बल्कि तीन—तीन बार नीमच जिले की जावद विधानसभा सीट से हारने वाले कांग्रेस के तथाकथित कमलछाप नेता राजकुमार अहीर उर्फ राजू डंडी के क्रियाकलापों की पोल विधानसभा चुनाव से ठीक पहले खुल गई है। 80 लाख की फिरौती व अपहरणकांड में फंसे दोनों बेटे मनुराज अहीर और अनुराग अहीर को बचाने के लिए वह भाजपा के लिए अंडरग्राउंड काम कर रहा है और कांग्रेस को कमजोर करने में लगा हुआ है। दिखावे के लिए तो कांग्रेस का कटटर बनता है, लेकिन हकीकत में यह भाजपा नेताओं के संपर्क में रहकर पार्टी को ही तगडा नुकसान पहुंचा रहा है। लोग यहां तक कह रहे है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथजी को हराने के लिए राजू डंडी ने सुपारी ले रखी है! प्लॉन के तहत वह जावद विधानसभा सीट के अलावा मंदसौर संसदीय कई सीटों पर गुटबाजी को बढावा देकर कांग्रेस के नेताओं को आपस में लडा रहा है और पर्दे के पीछे उन्हें उकसाता है। 2004 से अब तक कांग्रेस पार्टी सत्ता से दूर है, निष्ठावान कार्यकर्ताओं की एक ही मांग है कि विधानसभा चुनाव तक कमलनाथजी इसकी छिंदवाडा या अन्य जगह पर डयूटी लगा देवे, ताकि कांग्रेस को जीत सके। राजू डंडी बहुत ही स्वार्थी और लालची व्यक्तित्व का धनी है, अगर उसकी कहीं पर अगर सुनी नहीं तो वह कांग्रेस पार्टी को ही नुकसान पहुंचाता है। उसके दोनों बेटे संगीन अपराध में लिप्त है, एक तरफ खुद का स्वार्थ है तो दूसरी और दोनों बेटो को बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। पूर्व में केस दर्ज होने के बाद वह मंत्रीजी के बंगले पर गया था और मंत्रणा हुई कि वह भाजपा के लिए काम करेगा, यही कारण है कि पांच हजार का ईनामी बदमाश होने के बाद भी भाजपा के राज में अपहरणकांड के षडयंत्रकर्ता उसके बेटे मनुराज अहीर को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही है। एक तरह से मंत्रीजी व भाजपा नेताओं ने उसे अभयदान दे दिया है और डिलिंग भी हुई है कि वह साइलेंट तरीके से भाजपा के लिए काम करेगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ अगर राजकुमार अहीर, उसके बेटे और उसके भाईयों की कॉल डिटेल्स निकालें तो आसानी से पता चलेगा कि किन—किन भाजपा नेताओं के संपर्क में यह हारू नेता है।
प्लॉन के तहत वह कांग्रेस को डेमेज करने में जुटा हुआ है। इसने कमलनाथ जी को हराने के लिए सुपारी ले रखी है। बीते दिनों जावद में जन आक्रोश यात्रा थी। पूर्व मंत्री जीतू पटवारी यात्रा निकाल रहे थे, राजू डंडी ने सत्यनारायण पाटीदार व कुछ कार्यकर्ताओं को उकसाया और कमलनाथजी द्वारा कांग्रेस में शामिल किए गए समंदर पटेल का विरोध करवाया। यह पूरा खेल हारू नेता राजकुमार अहीर ही करवा रहा है और जावद में गुटबाजी कर कांग्रेस को डेमेज कर रहा है। क्योंकि इसे पता चल गया है कि इसकी खुद की कार्यप्रणाली और बेटों की करतूतें जग जाहिर होने के बाद किसी भी हाल में इसे टिकिट नहीं मिलना है, ऐसे में अपनी दुकानदारी चलाने के लिए कांग्रेस से गददारी कर रहा है। फूट फजीहतें,विरेाध, नारेबाजी सहित कई हथकंडे अपना रहा है। वर्तमान में इसका एक ही उद्देश्य है, वह है कांग्रेस के प्रत्याशी को हराना, अगर कांग्रेस के प्रत्याशी हारे तो कमलनाथजी की ही हार होगी।
दुकानदारी खत्म होती देख बौखला गया है डंडी का पूरा परिवार— जावद विधानसभा सीट के नाम पर अपनी दुकानदारी चलाने व पीसीसी चीफ का अपने आप को खास बताने का ढोंग करने वाले कथित नेता राजकुमार अहीर की दुकानदारी खत्म रही है। कमलनाथजी ने ऐसे फर्जी नेताओं की छंटनी कर दी है। चुनाव जीतने वाले नेताओं पर विश्वास जताया है। ऐसे में राजू डंडी छटपटा रहा है और जावद विधानसभा में कमनाथजी के खिलाफ ही गुट तैयार कर रहा है। लोगों में इस बात की चर्चा है राजू डंडी जैसे आस्तीन के सांप को कमलनाथजी ने पाला है, आज उन्हीं को डस रहे है.. कांग्रेस में समंदर की इंट्री कमलनाथजी ने स्वयं की है, ऐसे में विरोध का सवाल ही नहीं उठता, समंदर पटेल का विरोध करना एक तरह से कमलनाथ का ही विरोध करना है।