नीमच। आज से ठीक दस साल पहले फटेहाल और बाइक पर घुमने वाले एक शख्स की कहानी आम आदमी तक पहुंचाने का प्रयास दशपुर लाइव द्वारा किया जा रहा है। बाइक पर सडकों पर घूमकर आॅटो पार्टस की दुकान चलाने वाले भाजपा नेता के अच्छे दिन की शुरूआत वर्ष 2014 से हुई, जब भाजपा ने नीमच नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिए टिकिट दिया, फिर क्या था राकेश पप्पू जैन को चंदा देने वाले की भी कमी नहीं रही और भाजपा के कर्मठ नेताओं ने दिन—रात मेहनत कर दिनभर सौ—सौ रूपए के लिए ग्राहकों से अभद्रता करने वाले राकेश पप्पू जैन को चुनाव जितवा दिया। चुनाव जितने के बाद राकेश पप्पू जैन के पैर तो आसमान पर ही रहे। सिर्फ माल की बातें करते थे, शहर का विकास पर कोई ध्यान नहीं। गांधीजी किस रास्ते से आए, उस रास्ते पर जोर दिया। चारो तरफ कमीशन, जमीन घोटाले सहित नगरपालिका अध्यक्ष रहते हुए बडे—बडे घपले उजागर किए। करीब 500 करोड की काली कमाई नपा अध्यक्ष रहते हुए की। इन पैसों को जमीनों और पेट्रोल पंप तथा बीट क्वाउन में लगा रखे है। 500 करोड की प्रापर्टी को बचाने के लिए राजनीति में जीवित रहना उनके लिए जरूरी है। नगरपालिका में प्रिंटिंग और फ्लेक्स घोटाले के मामले में लोकायुक्त में फंसे हुए है। राकेश पप्पू जैन के पास पांच सौ करोड रूपए कहां से आए, ईडी और सीबीआई जांच करें तो भ्रष्टाचार की कहानी सामने आएगी। इन दिनों कनावटी निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज के सामने सरकारी जमीन हडपने का मामला सामने आया है। इससे पहले जीवाजीराव छात्रावास की जमीन को वे हडप चुके है। नीमच में भ्रष्ट नेताओं की गिनती की जाए तो वे नंबर वन पर है। भ्रष्टाचार की जीती— जागती मूरत बन गए है। वे अपने कुछेक कार्यकर्ताओं से कह रहे है कि भाजपा के बडे नेताओं को एक—एक करोड रूपए देकर टिकिट ले आएंगे, तुम तो तैयारी करो। लेकिन भाजपा अनुशासन का पाठ पढाती है और ऐसे भ्रष्टों को दूर रखती है, अब देखना यह है कि ऐसे महाभ्रष्ट को चुनाव में कैसे दूर रखती है, आज नीमच में राकेश पप्पू जैन जहां भी खडे हो जाते है तो लोग मुंह फेर लेते है, लोग कहते है ये कहां से कलमुंही आ गया, आज तो दिनभर खराब जाएगा।