नीमच। नीमच मंडी के व्यापारी दीपक अग्रवाल(डीके ट्रेडर्स) पिछले कुछ दिनों से गायब है, मंडी और बाजार में इस बात की चर्चा है कि क्या पैसा न चुकाना पडें, इसलिए व्यापारी दीपक अग्रवाल गायब है। सूत्र बताते है कि करोडों रूपए लोगों से दीपक अग्रवाल ने उधार ले रखे है और अब दीपक अग्रवाल के गायब होने से वे चिंता में डूब गए है। करीब 4 से 5 करोड रूपए और बैंकों के भी लाखों रूपए दीपक अग्रवाल पर बकाया है। वैसे दीपक अग्रवाल लोगों की नजरों में गायब है, लेकिन वह उसके परिजनों से लगातार संपर्क में है और अपने आप को दीवालिया घोषित करने में जुटा हुआ है। कुछ लोगों के जरिए खबरें भी पहुंचा रहा है कि मैं आधे पैसे दूंगा। आधे पैसा लेना हो तो ले लो। नहीं तो मैं गायब ही रहूंगा। कई व्यापारी दुविधा में फंस गए है। कुछेक व्यापारी अब पुलिस की मदद लेने की तैयारी कर रहे है।
क्या नीमच मंडी मे चल पडी है ऐसी परिपाटी—
कुछ महिने पहले नीमच मंडी में एक व्यापारी भी इसी तरह से गायब हुआ था। कथित तौर पर थाने में गुमशुदगी भी दर्ज करवा दी, लेकिन हकीकत तो लोगों को करोडों रूपए की उधारी ही सामने आई थी। कुछ दिन गायब रहकर वह व्यापारी अचानक प्रकट हो गया और व्यापारियों को पूरे पैसे देने की बजाय कम पैसे दिए। अगर नीमच मंडी में ऐसा ही चलता रहा तो सभ्य व्यापारी उधार पैसा देना बंद कर देंगे।
पीडीएस का चावल भी पकडाया था व्यापारी के यहां— दीपक अग्रवाल के यहां कुछ साल पहले सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत गरीबों को मिलने वालो क्विंटलों चावल भी पकडाया था। कंट्रोल के चावल के मामले में प्रशासन ने उसके खिलाफ कार्रवाई की थी, इसके बाद उसने बाजार से उधार पैसे लेने शुरू कर दिए और अब हाथ उंचे करने के लिए सुनियोजित तरीके से गायब हो गया है।