दुनिया की सबसे छोटी मानी जानी वाली तितली ग्रास ज्वेल मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले के गांधीसागर अभयारण्य में पाईं गई है। रविवार को पहली बार विशेषज्ञों की टीम ने तितिलियों का सर्वें किया। जिसमें 45 से अधिक दुर्लभ प्रजातियों की तितलियां पाई गई है। सर्वे टीम इन दुर्लभ प्रजातियों को देखकर हैरान रही, क्योंकि इनमें कुछ विलुप्ति की कगार पर हैं। गांधीसागर का अनुकूल वातावरण इनके संरक्षण के लिए उपयुक्त साबित हो रहा है। वन विभाग और गांधीसागर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी की संयुक्त टीम ने यह सर्वे किया है।
ये दुर्लभ तितलियों की प्रजातियां मिली—
1:—स्मॉल ग्रास ज्वेल—
यह दुनिया की सबसे छोटी तितलियों में से एक है। इसका आकार मात्र 15 से 22 मिलीमीटर होता है। यह खुले घास के मैदानों में पाई जाती है और अपने हल्के नीले-भूरे रंग तथा नाजुक पंखों के लिए जानी जाती है। यह तितली भारत सहित सीलोन, म्यांमार और ऑस्ट्रेलिया में भी पाई जाती है।
2:—अनोमलस नवाब—
यह दुर्लभ तितली भारत और दक्षिण एशिया में पाई जाती है। इसके गहरे भूरे पंखों पर हरे रंग के पैच इसे शाही रूप देते हैं। तेज उड़ान और आकर्षक रंग संयोजन के कारण इसे "नवाब’ वर्ग की तितलियों में गिना जाता है।
3:— अफ्रीकन बबूल ब्लू—
यह तितली अफ्रीका और भारत के बबूल पेड़ों वाले शुष्क इलाकों में पाई जाती है। इसके पंख हल्के नीले-भूरे होते हैं और नीचे की ओर बने छोटे धब्बों का अनूठा पैटर्न इसकी खास पहचान है।