नीमच। प्रदेश के छिंदवाड़ा में दूषित कप सिरप से बच्चों की मौत के मामले में नीमच में भी जिला प्रशासन एक्शन मोड़ पर आ गया है। दवाई विक्रेताओं को ड्रग इंसपेक्टर ने नोटिस जारी कर कोल्ड्रिफ कफ सिरप को बेचने का रिकार्ड मांगा है, इस नोटिस के बाद मेडिकल संचालकों में हड़कंप मच गया है। नीमच जिले में सोमवार से मेडिकल स्टोर्स की जांच पड़ताल के लिए सघन अभियान भी चलाया जाएगा। अगर कप सिरप बेचने का रिकार्ड मिलता है तो संबंधित बच्चों के स्वास्थ्य की जांच भी जाएगी।
छिंदवाड़ा में सर्दी—खासी की कोल्ड्रिफ कफ सिरप का डोज लेने के बाद बच्चों की मौत का मामले को लेकर नीमच में भी हलचल देखी जा रही है। नीमच जिले में 550 मेडिकल स्टोर्स संचालित हो रहे है। शासन के आदेश से पहले ही स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने मेडिकल स्टोर्स संचालकों को नोटिस जारी किया है। जिसमें पूछा गया है कि कोल्ड्रिफ कफ सिरम कितनी बिकी और किन—किन को पिछले से महिने से अभी तक यह सिरफ दी गई। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने सर्दी—खासी से संबंधित बीमारी से ग्रसित बच्चों को कोल्ड्रिफ कफ सिरप न लेने की एडवाईजरी जारी कर दी है। नीमच जिला अस्पताल के ओपीडी के आंकड़े के मुताबिक हर रोज 50 से अधिक बच्चे सर्दी—खासी से ग्रसित आ रहे हैं। जिनकी उम्र 1 से 13 साल के बीच है। इन बच्चों को सावधानीपूर्वक दवाईयां देने के लिए डॉक्टरों को निर्देशित किया गया है।
ड्रग इंसपेक्टर शोभित तिवारी ने बताया कि छिंदवाड़ा जिले में कफ सिरप के सेवन से बच्चों की मौतें सामने आई है। ऐहतिहात के तौर पर हमनें सावधानी बरतना शुरू कर दी है। सुरक्षा के तौर पर जिले के सभी मेडिकल संचालकों को नोटिस जारी कर दिए है। सोमवार से मेडिकल स्टोर्स की रेंडम जांच की जाएगी। अगर कोई स्टॉक मिलता है तो उसे नष्ट करवाया जाएगा।