पत्नी से प्रताडित युवक ने उठाया अनूठा कदम, दहेज प्रताडना का केस लगाया था पत्नी ने, इसलिए खेला 498 ए टी कैफे, नीमच जिले में पत्नी प्रताडित युवक की अनौखी दास्तां
  • Reporter : dashpur live desk
  • Updated on: June 11, 2025, 8:04 pm

नीमच। देशभर में पत्नी से प्रताडित मामलों में इजाफा हो रहा है, कहीं पर नई—नई नवेली दुल्हन पति को मौत के घाट उतार रही है तो वहीं कहीं पर शादी के सालों बाद भी पत्नी प्रेमी के साथ मिलकर ​पति की निर्मम हत्या कर रही है। इस तरह की घटना ने समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है। नीमच जिले में एक युवक पत्नी की प्रताडना से इतना तंग हा चुका है कि इंसाफ पाने के लिए एक चाय की टपरी खोल दी और चाय की टपनी का नाम दिया है 498 ए टी कैफे, आपको बता दें कि 498 ए आईपीसी की वह धारा है, जो दहेज प्रताडना के मामले में आरोपी पर लगती है।
नीमच जिले के अठाना के कृष्णकुमार धाकड़ (केके) को अपनी यूपीएससी की पढ़ाई छोड़ राजस्थान के अंता क्षेत्र में चाय की दुकान लगानी पड़ी है और यह दुकान महज चाय बेचने या कमाई करने का उद्देश्य नही, बल्कि इसके पीछे केके धाकड़ के जीवन में घटित उस पल की पुरी कहानी छुपी है, जो शायद इसलिए केके धाकड़ ने अपनी चाय की दुकान का नाम आईपीसी की धारा '498ए टी कैफे' रखा है। चाय की टपरी के आप— पास लगे बेनर और होर्डिंग भी चीख— चीख कर न्याय की गुंहार लगाते दिख रहे है। कही लिखा गया है 'जब तक नही मिलता न्याय, तब तक उबलती रहेगी चाय' तो कही लिखा है 'आओ चाय पर करे चर्चा.. 125 में कितना देना पड़ेगा खर्चा'। बात महज इन होर्डिंग और बेनरो तक ही खत्म नही होती केके धाकड़ ने अपनी प्रताड़ना को जगजाहिर करने के लिए चाय की दुकान पर वरमाला और एक दुल्हे का सेहरा भी दुकान पर सजा रखा है साथ ही हाथो में हथकड़ी पहनकर चाय बनाई जा रही है, जो कही न कही पत्नि की प्रताड़ना और देहज के झुठे प्रकरण से न्याय मांगता दिख रहा है।
जानिये केके धाकड की पूरी कहानी— 
नीमच जिले से करीब 22 किमी दूर अठाना क्षेत्र के रहने वाले केके धाकड़ का विवाह राजस्थान के अंता क्षेत्र में रहने वाली एक महिला के साथ 6 जुलाई 2018 में सम्पन्न हुआ था। जिसके बाद वर्ष 2019 में केके धाकड़ ने सहपत्नि अंता जिले से मधुमक्खी पालन की ट्रेनिंग ली थी। दोनो दंपत्ती ने अठाना क्षेत्र से ही मधुमक्खी पालन का कार्य साथ में शुरू किया था। जिसके बाद धीरे—धीरे कारोबार बड़ने लगा और कई बेरोजगार महिलाओ को भी केके धाकड़ और उनकी पत्नि ने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए उन्हे रोजगार देना आरंभ किया। 8 अप्रेल 2021 को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में पहली बार महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने वाले इस कार्य की सराहना करते हुए केके धाकड़ द्वारा संचालित किए जा रहे मधुमक्खी पालन के कारोबार का शुभारंभ किया था। जिसके बाद करीब 1 वर्ष में मधुमक्खी पालन ओर शहद के व्यापार ने ऐसी रफ्तार पकड़ी कि दुर—दुर तक शहद की डिमांड बड़ने लगी, लेकिन इसी बीच केके धाकड़ की जिंदगी में एक ऐसा मोड़ आया, जहां सब कुछ बिखर कर रह गया। वर्ष 2022 के अक्टूबर माह में केके धाकड़ की पत्नि अचानक रूठकर अपने पीहर अंता चली गई और तभी से शहद का कारोबार ठप्प हो गया। कुछ माह बाद केके की पत्नि ने घरेलू हिंसा और देहज प्रताड़ना को लेकर आईपीसी की धारा 498ए और खर्चा मांगने के लिए धारा 125 के तहत न्यायालय में प्रकरण दर्ज करवा दिया और इन सबसे प्रताड़ित होकर केके धाकड़ ने एक अनोखा कदम उठाते हुए अपने ससुराल क्षेत्र में ही 498ए वाले बाबा के नाम से एक चाय की टपरी लगाई है।
केके धाकड का कहना है कि पत्नि द्वारा लगाए गए 498ए के झुठे प्रकरण से प्रताड़ना झेल ही रहा हॅू कि अब 125 की धारा डबल झेलना पड़ रही है और इसी प्रताड़ना से तंग आकर मैने फैसला लिया है कि अब जहां कानून का दुरूपयोग कर मुझे फंसाने की साजिश रची गई है उसी क्षेत्र में '498ए टी कैफे' के नाम से चाय बेचकर कानून के साथ निष्पक्ष लड़ाई लड़ता रहुंगा, और इसलिए मैंने यह भी श्लोगन लिखा है कि 'जब तक नही मिलता न्याय, तब तक उबलती रहेगी चाय'।

 

सम्बंधित ख़बरें
दशपुर लाइव ऐप डाउनलोड करें और लाइव समाचार देखें
Copyright © 2022-23 . Dashpurlive All rights reserved