मंदसौर। पिपलियामंडी में रमा हवेली का नाम जिस शिद्दत से शराब माफिया रणजीतसिंह शक्तावत लेता है, उसी रमा हवेली में निवास कर रहे इस सैक्स की हवस के पुजारी की पोल एक वीडियो ने खोल दी है। सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहे एक वीडियो में तीन युवकों के कपडे कथित समाजसेवी रणजीतसिंह शक्तावत उतरवाता है और उन्हें आपत्तिजनक स्थिति में होने के लिए बाध्य करता है और नंगा करवाकर एक दूसरे के उपर चढाकर वीडियो बनाता है और इसी वीडियो ने कथित समाजसेवी रणजीतसिंह का असली चेहरा समाज के सामने लाकर रख दिया है। तीनों के अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें न सिर्फ पैसों के लिए ब्लैकमेल किया गया, बल्कि एक युवक से तो उसकी बीवी मांग ली, उसकी बीवी से सेक्स करने की डिमांड की गई थी, जब युवक ने मांग पूरी नहीं की तो रणजीतसिंह शक्तावत ने उसका वीडियो वायरल कर दिया। बताया जा रहा है कि यह बात पीडित युवक ने उसकी पत्नी को बताई और पत्नी ने परिजनों को बताई तो हो हल्ला हो गया और मामले की पोल खुल गई। समाजसेवा का ढोंग करने वाले रणजीतसिंह शक्तावत के चाल और चरित्र जनता के सामने आ गया है। समाज से लेकर हर वर्ग में रणजीतसिंह का यह कृत्य पहुंच गया है। मुंदेडी के रहने वाले इस कथित समाजसेवी के कारनामों की पडताल की जाए तो एक से एक कारनामें पिपलियामंडी में सामने आएंगे। शासकीय जमीन पर अवैध कब्जे से लेकर क्षेत्र में जहरीली शराब बेचकर लोगों को मौत की निंद सुलाने में रणजीतसिंह शक्तावत की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
रामप्रसाद गायरी ने रणजीतसिंह शक्तावत के ठेके से ली थी जहरीली शराब— पिछले वर्ष पिपलियामंडी में 11 व्यक्तियों की मौत जहरीली शराब के सेवन से हुई थी। यह मामला काफी उछला था। जहरीली शराब से मरने वालों में गुडभेली का रामप्रसाद गायरी भी था जिसमें पिपलियामंडी देशी शराब ठेके से जहरीली शराब ली थी और उसकी मौत हो गई थी। मृतक के परिजनों ने यह बात पुलिस प्रशासन को बताई थी, रणजीतसिंह शक्तावत के पिता जसवंतसिंह के नाम से यह ठेका था, लेकिन जुगाड बैठाकर उसने उसके पिता का नाम निकलवाकर एक सेल्समेन लौकेंद्रसिंह निवासी डांगरी सीतामउ को आरोपी बनाया था, अभी भी यह गरीब व्यक्ति जेल में है, अगर इस मामले की नए सिरे से जांच की जावे तो मौत का जिम्मेदार रणजीतसिंह शक्तावत ही निकलेगा।
पिपलियामंडी में बना शासकीय जमीन पर कॉम्पलेक्स— आखिर कब तोडेगा प्रशासन— पिपलियामंडी में संचालित देशी शराब दुकान वाला कॉम्पलेक्स ही अवैध तरीके से बना हुआ है। तहसीलदार की जांच में खुलासा हुए कई माह बीत गए है कि कॉम्पलेक्स का हिस्सा सरकारी जमीन पर है। पटवारी हल्का नंबर 32 टीलखेडा के शासकीय सर्वे नंबर 49 में 180 वर्गफीट पर कॉम्पेक्स बना रखा है और शराब दुकान संचालित कर रखी है, प्रेस भवन के लिए जमीन आवंटित कर रखी है, लेकिन अवैध तरीके से रणजीतसिंह शक्तावत ने शासकीय जमीन पर कॉम्पलेक्स बना रखा है, यह मामला कई बार उठा, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब देखना है कि सीधे सीएम के आदेश के बाद जिला प्रशासन इस माफिया पर कार्रवाई करेगा।
समाजसेवा का ढोंग, करणीसेना के नाम से भी दुकानदारी— पिपलियामंडी क्षेत्र में रणजीतसिंह शक्तावत अपनी दुकानदारी समाजसेवा की आड में संचालित कर रहा है, वैसे उसकी रेलवे विभाग में नौकरी है, लेकिन डयूटी नदारद होकर समाजसेवा करने की नाटक करता है, अवैध शराब से कमाई गई रकम वह कुछ लोगों को बांटकर अपने आप को बडा दानवीर बताने की कोशिश करता रहता है और बताया जा रहा है कि वह करणीसेना जैसे बडे संगठन के नाम का भी उपयोग करता है।
अवैध कारनामों से खडी की 100 करोड की प्रापर्टी— बताया जा रहा है कि बीते कुछ सालों से अवैध कॉलोनी, कब्जे और अवैध शराब से लेकर जहरीली सस्ती शराब बेचकर करीब 100 करोड की प्रापर्टी कथित समाजसेवी रणजीतसिंह शक्तावत ने खडी की है, आयकर विभाग व केंद्रीय एजेंसी इस मामले की जांच पडताल करें कि एक शासकीय कर्मचारी के पास इतनी प्रापर्टी कहां से आई, तो निश्चित ही दो नंबर के कारनामों की पोल खुलेगी।