चित्तोडगढ। बीते गुरूवार को केसूंदा निवासी विकास उर्फ बंटी आंजना की निम्बाहेडा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड के बाद राजस्थान में आंजना समाज में आक्रोश है, वहीं पुलिस के लिए हत्याकांड चुनौती बन गया है। घटनास्थल के नजदीक लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चार हत्यारों की पुलिस ने शिनाख्त कर ली है। इनमें से कुछ मंदसौर के नजदीक पिपपलियामंडी के आसपास के है, वहीं कुछ अन्य के। इनकी धरपकड जारी है। कुछेक बदमाशों को थाने में बैठा रखा है और लगातार पूछताछ जारी है। जानकारी के मुताबिक जिस दिन शाम को बंटी आंजना को निम्बाहेडा में गोली मारी, उसी दिन मध्यप्रदेश के नीमच में एक प्रकरण में बंटी आंजना पेशी पर आया था, उसके बाद छोटीसादडी गया और इसके बाद निम्बाहेडा। यह बात तो यह है कि बंटी आंजना की बदमाशों ने रैकी की थी, आखिर निम्बाहेडा राजस्थान ही क्यों चुना। यह सवाल सभी की जहन में है। इसकी जांच पडताल में ही खुलासा छिपा हुआ है। सूत्र बताते है कि निम्बाहेडा को बदमाशों ने कई कारणों से सैफ माना होगा। वहां पर कोई न कोई उनका संरक्षणदाता होगा, जो उनकी मदद में लगा हुआ होगा। सूत्र बताते है कि हत्याकांड के पीछे कोई बडा कारण नहीं है, छोटी सी बात से भी हत्या हो सकती है। बंटी आंजना पर तस्करी के भी प्रकरण दर्ज है, यूं कहें कि बंटी आंजना का नाम तस्करी की दुनिया में भी चलता था, स्वभाविक है कि तस्करों की आपसी प्रतिस्पर्धा के मामले की भी पुलिस जांच कर रही है। पूर्व में भी तस्करी को लेकर माफियाओं के बीच गैंगवार हुई है। पुरानी रंजिश या विवाद भी निकलकर सामने आया है। सूत्र बताते है कि पुलिस एक या दो दिन में इस हत्याकांड का खुलासा कर देगी। क्योंकि गोली मारने वाले बदमाश ज्यादा दूर नहीं है, इनके आसपास पुलिस है। इधर बंटी बांजना के हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर भाजपा का निम्बाहेडा में पांचवे दिन धरना जारी है।