नीमच। जिले में एक बार फिर नकली डीजल माफिया सक्रिय हो गए है। हजारों लीटर नकली बायोडीजल बेचा जा रहा है। नीमच जिले में बिना अनुमति के करीब छह बायोडीजल स्टेशन संचालित हो रहे है। आशंका है कि इनमें नकली डीजल बेचा जा रहा है, नकली डीजल की पुष्टि पूर्व में हो चुकी है। दो साल पहले तत्कालीन कलेक्टर मयंक अग्रवाल के निर्देशन पर इन पंपों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी और इन्हें सील भी किया गया था, लेकिन कुछ माह बाद ही बायोडीजल पंप वापस शुरू हो गए है, इनमें नियमों का तो उल्लंघन हो ही रहा है साथ ही नकली डीजल बेचने का कामकाज भी धडल्ले से चल रहा है। सूत्र बताते है कि जांच करने वाले अधिकारी से सांठगांठ कर अवैध तरीके से बायोडीजल पंप का संचालन किया जा रहा है।
नीमच के जावद फंटा सहित रामपुरा, मनासा, जावद, नयागांव क्षेत्र करीब छह बायोडीजल पंप अवैध तरीके से संचालित कर रखे है।
नाकोडा लुब्रीकेंट फैक्टरी में नकली डीजल का खेल—
हाईवे स्थित जावद फंटा के पास नाकोड़ा लुब्रीकेंट फैक्टरी का संचालन हो रहा है। यहां पर बायोडीजल के नाम पर नकली डीजल बेचा जा रहा है और इन्हीं पंपों पर नकली डीजल सप्लाई हो रहा है। जिला प्रशासन ने कार्रवाई की थी और डीजल का सेंपल नागपुर लेब में भेजा था और नकली की पुष्टि हुई थी, लेकिन आगे की कार्रवाई लुब्रीकेंट के संचालक मोहित बंसल के खिलाफ नहीं हुई है, यही कारण है कि फिर से फैक्टरी में नकली का खेल शुरू हो गया है। कार्रवाई का जिम्मा खादय एवं नागरिक आपूर्ति विभाग पर है, लेकिन विभाग के अधिकारियों को नकली डीजल माफिया ने सेट कर लिया है और कार्रवाई के नाम पर लीपापोती हो रही है।