चित्तोडगढ। ढाई महीने पहले हुए अनामिका व्यास सुसाइड केस में एक नया मोड़ आया है। मृतका अनामिका के कमरे से पुलिस को एक डायरी मिली है। इसमें उसने बॉयफ्रेंड के धोखे के बारे में बताया। अनामिका ने लिखा था- 'मैं अब कभी आपकी लाइफ में नहीं रहूंगी। चली जाऊंगी आपकी लाइफ से हमेशा के लिए। आई हेट यू देव'।
पुलिस जब युवक के घर तक पहुंची, तब तक वो भाग चुका था। जांच में सहयोग नहीं मिलने के कारण और आत्महत्या के लिए उकसाने को लेकर पुलिस ने अब एक मामला दर्ज किया है। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र में दर्ज किया गया है।
कोतवाली थाने के एएसआई प्रहलाद सिंह शेखावत की ओर से एक रिपोर्ट दी गई है। रिपोर्ट में बताया गया कि 5 मार्च को अनामिका पुत्री कालिका दत्त व्यास ने फ्लैट पर फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया था। अनामिका चित्तौड़गढ़ के दुर्गा एसोसिएट के रिकवरी डिपार्टमेंट में डेढ़ साल से काम करती थी। अपने फ्लैट पर अकेली ही रहती थी। अनामिका 2 मार्च को उदयपुर अपने अपने घर वालों से मिलने भी गई थी। 5 मार्च को ही उसने चित्तौड़गढ़ में अपने फ्लैट पर आत्महत्या कर ली थी।
अनामिका ईनाणी रेजीडेंसी के तीसरे फ्लोर के फ्लैट नंबर 314 में रहती थी। युवती जब जॉब पर नहीं पहुंची तो साथी कर्मचारी फ्लैट पर आया था। गेट खटखटाने के बाद भी जब जवाब नहीं आया था तो केयरटेकर अंकल हिमांशु मंगल को जानकारी दी थी। इस पर गेट का लॉक तोड़ा गया था। अनामिका फंदे पर लटकी थी। अनामिका के पिता कालिका दत्त व्यास की रिपोर्ट पर इस मामले की जांच शुरू की गई। उस समय 5 मार्च को सिर्फ शिकायत दर्ज की गई थी।
अनामिका के फ्लैट पर जांच करने पहुंची थी पुलिस की टीम।
प्रहलाद सिंह शेखावत ने बताया- जब जांच शुरू हुई तो कमरे की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई गई। अनामिका के रूम की तलाशी भी ली गई। उसके दोनों नंबरों की कॉल डिटेल भी निकाली गई। अनामिका के कमरे में डायरी, लैपटॉप और दो मोबाइल मिले थे। घटनास्थल पर मृतका अनामिका की एक डायरी मिली। इसमें उसने देव नाम के एक युवक से प्यार करने की बात लिखी थी। देव के द्वारा दिए गए बार-बार धोखे के बारे में लिख रखा था। जांच के दौरान ही मामले से संबंधित एसपी ऑफिस में एक शिकायत पेश की। इसमें कुंभा नगर निवासी देवराज सिंह राणावत से अनामिका परेशान होकर फंदे पर लटक गई, इस बात को लेकर कार्रवाई करने की मांग की गई थी।
सारे तथ्यों के देखने के बाद देव उर्फ देवराज सिंह को जब पूछताछ के लिए बुलाया तो वह अपने घर से फरार हो चुका था। न ही इस जांच में उसका सहयोग मिल पा रहा था। इसके बाद एएसआई प्रहलाद सिंह ने मामले में संदिग्ध आरोपी देवराज सिंह के खिलाफ थाना कोतवाली में जांच में सहयोग नहीं करने और अनामिका को आत्महत्या के लिए उकसाने के लिए 17 मई को मामला दर्ज किया गया।