मालवा—मेवाड। अफीम की फसल से काले धन में सोना निकालने का काम इन दिनों शुरू कर दिया गया है। किसानों ने शुभ मुहूर्त में देवी- देवताओं की पूजा-अर्चना कर अफीम के डोडे से कच्चा दूध निकालने के लिए लुवाई-चिराई का कार्य शुरू कर दिया है। एक महीने तक किसानों के चूल्हे अब खेतों की मेढ़ पर ही जलेंगे।
मेवाड़ और मालवा में प्रमुखता से होने वाली अफीम की खेती पर किसानों का पूरा ध्यान केंद्रित है। बेगूं में करीब 4 हजार किसान अफीम बुवाई के लाइसेंस पर यह खेती कर रहे है। 2 दिनों से फसल के हरे डोडों पर से चीरा लगाकर उससे दूध इकट्ठा करने का कार्य शुरू कर दिया गया है।