— मंडी सचिव उमेश बसेडिया के जमीनी स्तर पर दावे खोखले, मंडी के इंसपेक्टर को शिकायत करवाने के बाद भी लेते है हम्माल और टेम्पों वाला अतिरिक्त पैसा
नीमच। नीमच कृषि उपज मंडी में किसानों के साथ हर तरफ से लूट हो रही है। लूट शब्द का इस्तेमाल इसलिए किया जा रहा है कि व्यापारी भी माल के भाडे और हम्माल का पैसा हम्मालों को देता है और इसके बावजूद भी हम्माल किसानों से मौके पर ही पैसा लेते है। एक बोरी के पांच से सात रूपए की अवैध वसूली होती है। अगर ये पैसा किसान देने से मना कर देता है तो उसका ढेर का तोल नहीं किया जाता है और अंतत किसानों को अवैध वसूली की रकम पहले ही देना पडती है। ऐसा नहीं है कि यह मामला मंडी सचिव से लेकर मंडी के इंसपेक्टर व अन्य कर्मचारियों को पता न हो, लेकिन इनकी भी मौन स्वीकृति रहती है। किसान मंडी प्रशासन को शिकायत भी दर्ज करवाते है तो फिर भी ये लोग पैसा लेकर ही मानते है। नहीं तो किसानों को परेशान करते है। लगभग हर किसान के साथ अवैध वसूली की जा रही है। इधर मंडी सचिव उमेश बसेडिया दावे करते है कि मंडी में किसी भी प्रकार की अवैध राशि नहीं ली जाती है, लेकिन उनके दावे हर ढेर पर फेल हो रहे है। हम्माल से लेकर टेम्पों व लोडिंग वाहन वाला किसानों अवैध रूप से प्रति बोरी पांच से सात रूपए लेता है। किसानों को व्यापारी तो माल तुलने के बाद पैसा देता है, लेकिन ये मौके पर ही किसानों से जेब से पैसा निकाल लेते है। दशपुर लाईव द्वारा नीमच मंडी में हो रही अवैध वसूली के खिलाफ मुहिम की शुरूआत की है, किसी भी किसान बंधु से मौके ढेर तुलने के बाद अगर कोई हम्माल या टेम्पो, लोडिंग वाहन वाला अतिरिक्त पैसे की मांग करता है तो वे 8770519337 पर जानकारी दे सकते है। दशपुर लाईव की टीम कलेक्टर सहित उच्च अधिकारियों को नीमच मंडी में चल रहे अवैध वसूली के खेल से अवगत करवाएगी। नीमच मंडी में किसानों की जेब से अतिरिक्त् राशि लेने वालों के कारनामें लगातार उजागर किए जाएंगे।