नीमच। कुख्यात तस्कर बाबू उर्फ जयकुमार सिंधी इन दिनों भोपाल सेंट्रल जेल में सीमी आतंकियों के साथ रह रहा है। बाबू सिंधी पहले सोयाबीन में मिटटी और कंकड मिलाने का काम करता था। कुछ साल पहले उसकी पोस्ता मंडी में इंट्री हुई और पोस्ता की आड में अफीम कालादाना, धोलापाली, डोडाचूरा की तस्करी करने लगा। मंडी में कई व्यापारियों ने अफीम कालादाना निकालने के लिए बडे—बडे साल्ट्रेक्स लगा दिए थे और सारा माल बाबू खरीदता था। वर्ष 2021 अगस्त में केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो ने बाबू क कारनामों का भंडाफोड कर दिया और भारी मात्रा में उसके गोदाम से मादक पदार्थ जब्त किया। यहीं से बाबू से जुडे हुए सफेदपोश तस्करों की फिल्म लगना शुरू हो गई। कई तस्कर अभी तक फरार है। कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी के तस्करी गिरोह ने सभी एजेंसियों को चौंका दिया था कि पोस्ता की आड में बडे पैमाने पर खुलेआम मादक प्रदार्थो की तस्करी को अंजाम दिया जा रहा है। इसके बाद अन्य व्यापारियों पर भी सीबीएन ने नकेल कसना शुरू की तो मंडी में पोस्ता की निलामी बंद हो गई। बीते चार माह से नीमच में पोस्ता मंडी बंद है,मंडी कमेटी को अभी तक करोडों का राजस्व का नुकसान हुआ है। मंडी के कई व्यापारी पोस्ता की छनाई के लाइसेंस लेने की मांग कर रहे है। उनकी मांग को कोई पूरा नहीं कर रहा है, ऐसे में नीमच मंडी बंद है। हाल ही में मंडी प्रशासन एक्शन मोड पर आ गया है। पोस्ता व्यापारियों को नोटिस जारी किए है और उन्हें एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। अगर एक सप्ताह में पोस्ता की खरीदी शुरू नहीं की तो उनके लाइसेंस निरस्त् होंगे।
कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी ने बिगाडा काम, ज्यादा पैसे कमाने के चक्कर में चुना तस्करी का रास्ता— मंडी में कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी की इंट्री के बाद ही हालात बिगडे है, क्योंकि सालों से नीमच मंडी में पोस्ता की खरीदी होती आई है, पोस्ता के मामले में पूरे देश में नीमच मंडी नंबर वन थी, बाबू सिंधी ने अधिक पैसा कमाने के लिए शार्टकट तरीका अपनाया और पोस्ता की कई बार छनाई कर अलग से अफीम कालादाना और धोलापाली निकालकर उसे पांच हजार रूपए प्रतिकिलो के हिसाब से तस्करी में बेचने का काम शुरू किया। यह चस्का अन्य व्यापारियों को बाबू ने लगा दिया था। यूं कहे कि मंडी में जो भी स्थिति बनी हुई है, बाबू सिंधी के कारण बनी है।