नीमच। शहर के मेहनोत नगर में स्थित प्रधान नर्सिंग होम में उसे समय हंगामा हो गया जब एक 6 वर्षीय मासूम बच्ची का ऑपरेशन करने के लिए उसे एनेस्थीसिया का इंजेक्शन दिया गया। इंजेक्शन के बाद बच्ची की तबीयत बिगड़ गई और डॉक्टर ने बच्ची को राजस्थान के उदयपुर रैफर कर दिया।इसके बाद परिजनों ने चिकित्सालय में हंगामा कर दिया। दरअसल, मंदसौर जिले के सूठोद के रहने वाले सुन्दर लाल पाटीदार अपनी 6 वर्षीय बच्ची भाविका को इलाज के लिए नीमच के मेहनोत अगर स्थित प्रधान नर्सिंग होम पर लेकर पहुंचे थे। जिस पर अस्पताल के डॉक्टर पीयूष प्रधान ने बच्ची को टॉन्सिल से संबंधित समस्या होना बताई और ऑपरेशन करवाने की सलाह दी। जिस पर परिजनों को आज ऑपरेशन की तारीख दी गई थी। परिजनों का आरोप है कि जब ऑपरेशन के लिए बच्ची को ऑपरेशन थिएटर में ले जाया गया था। उस समय बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ थी। मगर डॉक्टर सोनी द्वारा बच्ची को एनेस्थीसिया दिए जाने के बाद उसकी तबीयत बढ़ गई। परिजनों ने बताया कि कुछ देर बाद अस्पताल में भागदौड़ ओर गहमागहमी देखकर उन्हें शंका हुई। जब अस्पताल स्टाफ से पूछा गया तो उन्होंने बच्ची का दिल और दिमाग सही तरह से काम नहीं कर रहा है यह जानकारी दी। इसी दौरान डॉक्टर पीयूष प्रधान ने भी बच्ची को तुरंत रेफर करते हुए उदयपुर ले जाने के लिए कहा। इससे परिजन आक्रोशित हो गए और हंगामा कर दिया। ओर बच्ची की गंभीर हालत के लिए अस्पताल को जिम्मेदार ठहराया।