नीमच। नीमच में धानुका सोया फर्म द्वारा नीमच शहर के आस—पास फैक्टरियों का विस्तार किया जा रहा है। आबादी क्षेत्र के आस—पास फैक्टरियां संचालित होने से लाखों लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलावड किया जा रहा है। यूं कहे कि कैलाश धानुका की ज्यादा धन कमाने की लालसा कभी भी नीमच में भोपाल गैस त्रासदी कांड दोहरा देगी। झांझरवाडा में नई फैक्टरी शुरू की गई है, इससे निकलने वाली जहरीली गैस और भयंकर बदबू की आगोश में नीमच शहर है। एथेनल गैस का उपयोग हो रहा है, जो कि मानव स्वास्थ्य के लिए घातक है। वैसे धानुका फर्म का मालिक कैलाश धानुका द्वारा सरकार को टैक्स चोरी के मामले तो कई सामने आ चुके है, लेकिन मानव जीवन को खत्म करने वाला एक खतरनाक काम सामने आया है। नीमच के लाखों लोग जहरीली गैस के शिकार हो रहे है। उन्हें अभी तो बीमारी का पता नहीं चल रहा है पर आने वाले दो—पांच सालों में लोग लंगडे—लुले होना शुरू हो जाएंगे। किसी के फेफडे खराब होंगे तो किसी की किडनी। पैसा कमाने के लालच में कैलाश धानुका अंधा हो गया है और प्रशासन को मौटी रिश्वत लेकर उल्टे काम सीधे करवा रहा है।
कैलाश धानुका कहता है अधिकारी मैरी जेब में है— कैलाश धानुका को पैसा का इतना घमंड आ गया है कि गरीब व्यक्ति् को तुच्छ समझता है, वहीं कैलाश धानुका कहता है कि प्रशासन के अधिकारी मैरी जेब में है, एक मौटा लिफाफा दो और उन्हें नतमस्तक कर दो। कैलाश धानुका खुद कई बार कहता हुआ नजर आता है कि मै नीमच का मुकेश अंबानी हूं, जेसीबी से नोट ट्राले में भरे जाते है।