चित्तोडगढ। मेवाड़ के कृष्ण धाम श्री सांवलिया जी में भगवान सांवरा सेठ को डॉलर लगी हुई पोशाक पहनाई गई। पोशाक को बनाने में 70 अमेरिकी डॉलर का यूज किया गया। चित्तौड़गढ़ के ही एक ज्वेलर भक्त की मन्नत पूरी होने पर उसने सांवलिया जी के ही एक टेलर से यह पोशाक बनवाई है। इससे पहले भी कई भक्त अलग-अलग तरह की आकर्षक पोशाक यहां भेंट कर चुके हैं। मंडफिया स्थित श्री सांवलिया जी में दूर-दूर से कई भक्त अपने अटके हुए कामों को पूरा करने के लिए मन्नत मांगने आते हैं। मन्नत पूरी हो जाने पर सांवरा सेठ को भक्त अपने मन से चढ़ावा चढ़ाते हैं। माना जाता है कि सांवरा सेठ के दर पर जो भी आता है, वह खाली हाथ नहीं जाता। इसीलिए हर महीने करोड़ों रुपए के सोने-चांदी और करोड़ों रुपए की दान राशि मिलती है। चित्तौड़ के ही रघु सोनी (22) पुत्र योगेश सोनी ने अपनी मन्नत पूरी होने पर सांवरा सेठ को अमेरिकी डॉलर लगी हुई पोशाक भेंट की।
अटका पैसा मिला तो अलग अंदाज में भेंट की दान—
रघु सोनी कहते हैं- बिजनेस का मेरा पैसा कहीं अटका हुआ था। इसके लिए श्री सांवलिया जी से मन्नत मांगी थी। मन्नत मांगने के कुछ समय बाद अटका हुआ पैसा भी आ गया। जब मन्नत पूरी करने की बात आई तो मुझे कुछ अलग करना था। इसलिए मैंने अमेरिकी डॉलर की पोशाक बनवाने की सोची। अमेरिकी डॉलर लेने के लिए मैं बैंक भी गया, लेकिन वहां ज्यादा डॉलर नहीं मिल पाए। फिर मैंने अपने कुछ दोस्तों की मदद ली। दोस्तों से लगभग 70 डॉलर एकत्रित कर सांवलिया जी के ही पंकज टेलर से यह डॉलर लगी पोशाक बनवाई। पोशाक में लगे डॉलर में लगभग 5500 का खर्चा हुआ है।
पहली बार 2 महीने में मिला 17.19 करोड़ रुपए का चढ़ावा—
इस बार श्री सांवलिया जी में रिकॉर्ड तोड़ चढ़ावा मिला है। दो महीने में 17 करोड़ 19 लाख 31 हजार 800 रुपए दान में मिले हैं। चार राउंड में गिनती पूरी की गई। दीपावली के कारण नवंबर में भंडार नहीं खोला गया था। दिसंबर के चतुर्दशी के दिन भंडार और ऑफिस से मिले रुपए की गिनती की गई। सांवरा सेठ को 659 ग्राम सोना और 57.095 किलो चांदी मिली है।