नीमच। नीमच जिला चिकित्सालय में उस समय परिजनों ने हंगामा कर दिया जब प्रसव के दौरान नवजात की मौत की हो गई। इसके बाद परिजनों ने शोर शराबा और चिल्ला चोट शुरू कर दी। हंगामे की जानकारी मिलते ही कैंट थाना पुलिस ओर जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ महेन्द्र पाटिल जिला अस्पताल पहुंचे और परिजनों को समझाइश दी।
दरअसल मंगलवार शाम को गर्भवती मीनू बी पति कालू खान जिसका मायका पठारी मोहल्ला बघाना नीमच में और ससुराल राजस्थान के निम्बाहेड़ा में है। परिजन महिला को डिलीवरी के लिए नीमच लेकर आए थे। इस दौरान चार दिन तक परिजन उसे नियमित रूप से चैकअप के लिए जिला चिकित्सालय लेकर आए। मंगलवार शाम को प्रसव के लिए महिला को जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया। बुधवार को प्रसव के दौरान नवजात की मौत पर परिजनों ने हंगामा कर दिया।
परिजनों का आरोप है कि नॉर्मल डिलीवरी और सकुशल डिलीवरी हो इसके लिए उनसे ₹15000 की मांग की गई थी। जिस पर हमने सहमति दे दी। बावजूद इसके भी चिकित्सकों ने पेशेंट की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। चिकित्सकों की लापरवाही के चलते नवजात की मौत हो गई। इस मामले में सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। वहीं हंगामे के बाद पहुंची पुलिस और सिविल सर्जनों ने परिजनों को समझाकर शांत किया। वहीं उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ महेंद्र पाटील ने बताया कि जानकारी मिलने पर अस्पताल पहुंचा हूं। परिजनों से चर्चा की गई है। मामले की जांच की जाएगी। जांच के बाद दोषी पाए जाने वाले और लापरवाही बरतने वाले सभी लोगों पर कार्रवाई की जाएगी, सभी आरोपों की भी जांच की जाएगी।
प्रसूता के पति कालू खान ने कहा कि मंगलवार शाम को पेशेंट को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था सुबह डिलीवरी के दौरान नवजात की मौत हो गई इस मामले में चिकित्सकों ने लापरवाही बरती है उन पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। डिलीवरी को लेकर ₹15000 की भी मांग स्टाफ के द्वारा की गई थी।