मंदसौर। मंदसौर में बीते दस वर्षों के दौरान पनपे भू माफिया गौतम गनेडीवाल पर न तो पुलिस प्रशासन का चाबूक चला है और न ही जिला प्रशासन का। इसी वजह से मंदसौर में गौतम गनेडीवाल सबसे बडा भू माफिया बन बैठा है। मंदसौर में गौतम गनेडीवाल द्वारा अवैध तरीके से कृषि भूमि पर छोटे—छोटे भूखंड काटकर आर्थिक लाभ लंबे समय से प्राप्त किया जा रहा है। मंदसौर कलेक्टर गौतमसिंह द्वारा हाल ही में आठ कॉलोनियों को ढहाने के आदेश दिए है, इसमें भू माफिया गौतम गनेडीवाल की तिरूपति विहार और तिरूपति स्टेट शामिल है। इन कॉलोनियों में पिछले दिन राजस्व विभाग की टीम ने भी जांच पडताल की। ये कॉलोनियां पूरी तरह से अवैध है, न सडक है और न ही पानी और लाईट की व्यवस्था। जांच में तो यह साफ हो गया है कि यह कॉलोनियां अवैध है। गौतम गनेडीवाल द्वारा करोडों का लाभ प्राप्त कर लिया पर लोगों को सुविधाएं नहीं दी। अब सवाल उठता है कि मंदसौर के सबसे बडे भू माफिया गौतम गनेडीवाल पर थाने में प्रकरण दर्ज होगा। क्या भू माफिया गौतम गनेडीवाल पैसों के दम पर कार्रवाई रूकवाएगा।
इधर कॉलोनाईजर पिता—पुत्र पर प्रकरण दर्ज—
अवैध रूप से कॉलोनी बनाकर प्लॉट विक्रय करने वाले पिता पुत्र के खिलाफ नई आबादी थाने में सीएमओ सुमन की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है। चंद्रपूरा बावड़ीकला क्षेत्र सर्वे क्रमांक 29/2 में कॉलोनाइजर मोहनलाल और चंद्रशेखर ने कृषि भूमि पर बिना डायवर्शन, रैरा और टाउन इन कंट्री सहित बिना किसी विभाग और नगर पालिका की अनुमति के बगैर वर्ष 2021-22 में अवैध रूप से कॉलोनी काटकर भूखण्ड का विक्रय कर दिया। मामले में कलेक्टर गौतम सिंह ने जांच एसडीएम बिहारी सिंह को सौंपी थी। जांच के बाद एसडीएम ने मामले मे पिता बेटे के खिलाफ नगर पालिका को कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।