नीमच। नीमच को राजस्थान से जोडने वाले सडक मार्गों पर इन दिनों एंट्री सिस्टम जोरों पर चल रहा है। हाथों में लठठ लेकर व्यक्ति खडे रहते है और रेती से भरे हुए ट्रेक्टर, डंपर और ट्रेलर को रूकवाते है और उनसे अवैध वसूली कर रहे है, जो चालक पैसा नहीं देता है तो उसे धमकाया जाता है और वाहन खडा करवा लिया जाता है। यहीं नहीं ये लठेत लोग नीमच से लेकर मंदसौर पार करवाने की जिम्मेदारी तक लेते है और कहते है कि उन्हें एंट्री फीस के रूप में पैसे देने पर बाद में कोई भी व्यक्ति उनकी गाडी को नहीं पकडेगा। एंट्री फीस के लिए प्रत्येक वाहन से एक हजार रूपए की राशि निर्धारित कर रखी है, लठेत लोग यह भी कहते है कि पूरा सिस्टम उन्होंने सेट कर रखा है, सभी को हिस्सा जाता है। एक भुगतभोगी डंपर चालक ने बताया कि एंट्री नहीं देने पर ये लोग मारपीट तक करते है और पुलिस थाने में गाडी खडी करवाने की धमकी देते है। ये कहते है कि हम तो विधायक के आदमी है। एंट्री फीस में से सभी को हिस्सा जाता है। जावद क्षेत्र में इन दिनों अवैध वसूली का यह कारोबार जोरो पर चल रहा है। मोरवन, सिंगोली, रतनगढ, अठाना रोड सहित कई जगहों पर अस्थाई रूप से अवैध वसूली करने वालों ने नाकेबंदी लगा रखी है, पांच से दस व्यक्ति हाथों में लठठ लेकर देखे जा सकते है। अब सवाल उठता है कि क्या खनिज विभाग इन पर कार्यवाही क्यों नहीं करता, क्या पुलिस इन अवैध वसूली करने वालों पर कार्यवाहीं क्यों नहीं करती। रेती से भरे वाहनों से अवैध वसूली का यह अवैध कारोबार जगह—जगह फैलता जा रहा है। अगर समय रहते अवैध वसूली करने वालों पर कार्यवाहीं नहीं हुई तो नीमच जिले में गैंगवार भी हो सकती है। कुछ दिनों पूर्व नयागांव में मिटटी के भराव की बात को लेकर दो गुटों में झगडा हुआ था। एंट्री फीस लेने वाले भी कई गुट बन गए है, जो क्षेत्र के जनप्रतिनिधि के नाम का भी दुरूपयोग कर रहे है।