प्रतापगढ। मालवा—मेवाड में महानगरों की तर्ज पर एमडीएम ड्रग्स की तस्करी लगातार बढ रही है। धनाडय युवा वर्ग की संख्या सेवन के मामले में बढती जा रही है। प्रतापगढ जिले में इसी महिने दूसरी एमडी ड्रग की खेप पुलिस ने पकडी है। प्रतापगढ पुलिस अधीक्षक अनिल बेनिवाल के निर्देशन पर अरनोद थाना अधिकारी हनुवंतसिंह कके नेतृत्व में भाणजीखेडा चौराहे पर नाकेबंदी के दौरान रोशन पिता जाकिर हुसैन मकरानी उम्र 21 वर्ष निवासी निपानिया थाना पिपलोदा जिला रतलाम के कब्जे से 40 ग्राम एमडी जब्त की गई। प्रतापगढ के किसी तस्कर को यह एमडी ड्रग देने के लिए आया था। पुलिस ने मादक पदर्थ लेन व देने वाले की तलाश शुरू कर दी है।
13 दिन पहले पकडी थी 400 ग्राम एमडी—
प्रतापगढ के कोतवाली थाना पुलिस ने 13 दिन पहले 400 ग्राम एमडीएम एमडीएम(मिथाईलीन डाई ऑक्सी मेथेंफेटामाइन) ड्रग्स के साथ शादाब(24) पुत्र गुल नवाज खान पठान निवासी देवल्दी थाना अरनोद,इरफान(19) पुत्र ताज मोहम्मद निवासी देवलदी को गिरफ्तार किया था।
रतलाम,मंदसौर, नीमच में भी पकड में आ चुके है मामले—
मालवा—मेवाड में एमडीएम ड्रग्स की तस्करी लगातार बढती जा रही है। कुछ साल पहले इसका नाम सही ढंग से याद तक नहीं था, आज यह तस्करों की जुबां पर चढी हुई है। कारण यह है कि इसकी तस्करी में ज्यादा पैसे मिलते है। रतलाम, मंदसौर, नीमच में भी कई मामले पकड में आ चुके है।
मालवा मेवाड में यह मादक पदार्थ एमडी 2500 से 3000 हजार रुपए प्रति ग्राम में बिक रहा है जो कोकीन के बाद सबसे महंगा है। युवा इसका सेवन विभिन्न वैरायटी के गुटखा के साथ कर रहे हैं। कुछ पानी में घोलकर भी पीते हैं यह क्रिस्टल जैसा होता है और घुलनशील है। भास्कर पड़ताल में सामने आया है कि नागौर में यह एमडी चुनिंदा दुकानों एवं होटलों पर कोडवर्ड से बिक रहा है। सूत्र बताते है कि एक ग्राम की कीमत 2500 रुपए है और ‘चावल’ कोडवर्ड से बिकता है।