नीमच। प्रदेश के मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा की अध्यक्षता में गुरूवार को स्वास्थ्य संस्थाओं में सुरक्षा व्यवस्था, राजस्व महा अभियान की प्रगति, अमृत 2.0, जल जीवन मिशन के कार्यो की प्रगति, निराश्रित मवेशियों को सडकों पर से हटाने के अभियान की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की। नीमच के एनआईसी कक्ष में इस वीडियों कांफ्रेंसिंग में कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा, एसपी श्री अंकित जायसवाल, एडीएम श्रीमती लक्ष्मी गामड एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
इस वीडियों कांफ्रेंसिंग में बताया गया, कि राजस्व महाअभियान 2.0 के तहत अब तक एक करोड 10 लाख 72 हजार से अधिक राजस्व प्रकरणों का निराकरण किया जा चुका है। मुख्य सचिव श्रीमती राणा ने लंबित सभी राजस्व प्रकरणों का निराकरण सुनिश्चित करने के निर्देश जिलों को दिए है। उन्होने जल जीवन मिशन के कार्यो को तेजी से पूरा करवाने और जल स्त्रोतों के क्लोरीनेशन का कार्य भी प्राथमिकता से सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए। वी.सी. में अमृत 2 योजना के तहत सभी स्वीकृत जल संरचनाओं के निर्माण कार्य मार्च तक पूर्ण करवाने के निर्देश भी संबंधित नगरीय निकायों को दिए गये।
मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा ने वीसी में सभी जिलो को निर्देश दिए कि स्वास्थ्य संस्थाओं में सुरक्षा के व्यापक ईंतजाम किए जाए। चिकित्सकों, मरीजों और मरीजों के सहयोगियों की सुरक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित हो। चिकित्सा संस्थाओं का समय-समय पर आकस्मिक निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। स्वास्थ्य संस्थाओं में प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था हो। सुरक्षाकर्मियों की पर्याप्त हो और मुख्य सुरक्षा अधिकारी की सम्पूर्ण चिकित्सा संस्था की सुरक्षा के लिए जवाबदेही निर्धारित की जाए।
आयुष्मान आरोग्य मंदिरों पर वृद्धजनों के लिए स्वास्थ्य शिविर 5 सितम्बर को
नीमच 29 अगस्त 2024, जिला आयुष अधिकारी डॉ.आशीष बोरना ने बताया कि आयुष विभाग व्दारा 5 सितम्बर 2024 को प्रात: 9 बजे से शाम 5 बजे तक जरावस्था जन्य स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन जिले के सभी 9 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों पर ( औषधालय परिसरों में किया जा रहा है।) यह शिविर आयुष्मान आरोग्य मंदिर जमुनिया कलां, चीताखेडा, बेसला, चचौर, ढाकनी, मालाहेडा, थडोद, धामनिया एवं कदवासा में 5 सितम्बर को प्रात: 9 बजे से शाम 5 बजे तक आयोजित किए जा रहे है। शिविर में अधिकाधिक वृद्धजनों का उपचार कर नि:शुल्क औषधी वितरित की जावेगी। स.क./1520/195/ मालवीय/
स्प्रिकंलर से सिंचाई कर लहसुन फसल से कमाया 10 लाख रूपये का मुनाफा
खेती को बनाया लाभ का धंधा किसान रघुवीर ने
नीमच 29 अगस्त 2024,नीमच जिला मुख्यालय के समीपस्थ ग्राम आमलीखेडा के किसान रघुवीर सिह पिता प्यारसिह ने स्प्रिंकलर से सिंचाई कर, एक हेक्टेयर में लहसुन के उत्पादन से, 10 लाख रूपये का मुनाफा कमाकर, खेती को लाभ का धन्धा बना दिया है। रघुवीर सिह पिता प्यारसिह को स्प्रिंकर, सिंचाई से पानी की बचत भी हुई है। नीमच जिले के ग्राम आमलीखेडा के किसान रघुवीर सिह हमेशा से पारम्परिक खेती जैसे गेहूं, चना आदि फसलों की खेती करते थे,जो घाटे का सौदा साबित हो रही थी। अब उनका खेती को लाभ का धंधा बनाने का प्रयास सफल रहा है।
किसान रघुवीरसिह ने उन्नत तरीके अपनाकर खेती को लाभ का सौदा बनाने की ठानी और वर्ष 2022-23 में उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से सर्म्पक कर, उन्होने उद्यानिकी विभाग की पर ड्रोप मोर क्रॉप योजनान्तर्गत मिनी स्प्रिंकलर के लिए आवेदन किया और 51 हजार रूपये का अनुदान प्राप्त कर एक हेक्टेयर में स्प्रिंकलर संयंत्र स्थापित किया। स्प्रींकलर का एक हेक्टेयर भूमि में लहसुन फसल के लिए उपयोग कर पानी की बचत एवं सिंचाई में लगने वाले मजदूर तथा लहसुन फसल में किट की भी रोकथाम हुई। लहसुन अच्छी क्वालिटी एवं बडे आकार का होकर अधिक मात्रा में उत्पादित हुआ। एक हेक्टेयर में लहसुन फसल के लिए 3 लाख की लागत आई। उत्पादित लगभग 130 क्विंटल लहसुन नीमच मण्डी में 10 से 15 हजार रूपये क्विंटल के भाव से विक्रय कर कुल आमदनी 13 लाख रूपये प्राप्त हुई। लागत निकाल कर शुद्ध मुनाफा 10 लाख रूपये का हुआ।
किसान रघुवीरसिह अन्य कृषकों को भी उन्नत तरीके से खेती करने एवं ड्रिप स्प्रिंकलर संयत्र स्थापित करने हेतु प्रोत्साहित कर रहे है। किसान रघुवीर सिह ने स्प्रींकलर सिंचाई पद्धति से सिंचाई कर, कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त किए और खेती को लाभ का धंधा बना लिया है।
गोशालाएं प्रति पशु एक हजार रूपये का शुल्क लेगी
पशुओं को सडकों पर ना छोडे पशुपालक
नीमच 29 अगस्त 2024, जिला प्रशासन के निर्देशानुसार नगरीय निकायों व्दारा सडकों पर से आवारा मवेशियों को हटाकर गौशाला में छोडने का कार्य निरंतर किया जा रहा है। मुख्य नगरपालिका अधिकारी श्री महेन्द्र वशिष्ठ ने बताया कि न.पा.व्दारा विभिन्न स्थानों से पशुओं को हटाकर वाहनों से गौशालाओं में छोडा जा रहा है। गौशालाओं के व्दारा संबंधित पशुपालकों से प्रथम बार एक हजार रूपये प्रतिपशु तथा दूसरी बार दो हजार रूपये प्रति पशु शुल्क लिया जावेगा। श्री वशिष्ठ ने पशुपालकों से आगृह किया है, कि वे अपने पशुओं को सडकों पर ना छोडे अन्यथा न.पा.की टीम व्दारा सडकों पर पाये गये पशुओं को गौशालाओं में भेजा जाएगा। जहां से प्रति पशु एक हजार रूपये का शुल्क लेकर ही पशुओं को छोडा जाएगा।