नीमच। पोस्तादाना की आड में तस्करी का खेल का खुलासा पिछले दो वर्ष के दौरान विभिन्न कार्यवाही के दौरान हुआ है। पोस्ता मंडी में कुछेक व्यापारी तस्कर के भेष में मुनाफाखोरी में लगे हुए है। सर्वविदित है कि अफीम कालादाना और धोलापाली की तस्करी होती है, यह अंश निकलता है पोस्ता की छनाई से। पोस्ता की छनाई के लिए मेघदूत इंटरप्राइजेस के मनोज गर्ग और केदार गर्ग ने अलग से साल्टेक्स लगा रखे है और कनावटी के पास बडी—बडी मशीनों के माध्यम से पोस्ता की छनाई कर धोलापाली और अफीम कालादाना निकालकर इसे तस्करी में बेचने की खबर है। आपको बता देंवे कि इसी कारनामा के चलते कुख्यात तस्कर बाबू उर्फ जयकुमार सिंधी को केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम ने गिरफ्तार किया था। पोस्ता की छनाई करने पर अलग से नियम बने हुए है, कोई भी व्यापारी छनाई कर अलग से अफीम कालादाना और धोलापाली को संग्रहित कर नहीं बेच सकता, यह कृत्य एनडीपीएस एक्ट की श्रेणी में आता है। लेकिन मेघदूत इंटरप्राइजेज के संचालकों को पैसों की इतनी भूख है कि ये एनडीपीएस एक्ट जैसे कठोर कानून का खुलेआम उल्लंघन कर रहे है। अब देखना यह है कि दो नंबर की दुकानदारी आखिरकार ये दोनों भाई कब तक चलाते है।