नीमच। नीमच जिले को 100 दिवस में टी.बी.मुक्त बनाना है। महिला बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमला आशा, आंगनवाडी, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं सीएचओ इस अभियान के तहत सभी टी.बी.संभावित रोगियों को चिन्हित कर, उन्हें उपचार प्रदान करें। इस कार्य में सीएचओ की महत्वपूर्ण भूमिका है। लक्षण के आधार पर सभी टी.बी. रोगियों को चिन्हित कर, उपचार प्रारंभ करें। साथ ही 8 दिसम्बर 2024 से प्रारंभ हो रहे तीन दिवसीय टीकाकरण अभियान में 0 से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियों की खुराक पिलाना है। यह निर्देश कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा ने शुक्रवार को टाउन हॉल नीमच में टी.बी.मुक्त भारत अभियान के तहत स्वास्थ्य, महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों, चिकित्सकों, सीएचओ, आशा, आंगनवाडी कार्यकर्ताओं की कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए दिए।
इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.दिनेश प्रसाद, सिविल सर्जन डॉ.महेन्द्र पाटिल, एसडीएम डॉ.ममता खेडे, डॉ. मनीष यादव एवं डॉ.बी.एल.सिसोदिया, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री ताराचंद मेहरा भी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री चंद्रा ने उपस्थित जनों से टी.बी.मुक्त जिला बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने का आव्हान करते हुए कहा, कि पल्स पोलियों अभियान के साथ ही शतप्रतिशत सेम,मेम श्रेणी, कुपोषित एवं एनीमिक बच्चों को चिन्हित कर, उन्हें कुपोषण निवारण के लिए एनआरसी में भर्ती करवाना है। हमसब का यह प्रयास है, कि नीमच जिले का कोई भी बच्चा कुपोषित ना रहे। सभी बच्चों का पल्स पोलियों अभियान के साथ सर्वे कर, चिन्हाकंन कर लें। बीएमओ, सेक्टर मेडिकल आफिसर भी उक्त कार्यो की मॉनीटरिंग करें। इन अभियानों में स्थानीय पंचायत पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियो का सहयोग लेने के निर्देश भी कलेक्टर ने दिए है।
कलेक्टर श्री चंद्रा ने सभी उपस्थितजनों को टी.बी.मुक्त भारत अभियान के तहत जिले को टी.बी.मुक्त बनाने में अपना योगदान देने की शपथ दिलाई। साथ ही हम होंगे कामयाब पखवाडे के तहत उपस्थितजनों को बाल विवाह रोकथाम में सहभागी बनने की सामुहिक शपथ भी दिलाई गई। डॉ.दिनेश प्रसाद ने टी.बी.मुक्त भारत अभियान, पल्स पोलियों अभियान की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की।