ओराप: डीकेन पुलिस ने हत्या को बताया आत्महत्या, मुख्य किरदारो को नही किया बेनकाब
नीमच। जिले की डीकेन पुलिस चौकी क्षेत्र में बरेखन गौशाला के पास पेड़ पर 23 नवंबर 2024 को एक युवक का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला था। मामले में मृतक के परिजनों ने सोमवार को एसपी अंकित जायसवाल के नाम ज्ञापन सौंपा है, जिसमें मृतक के ससुराल पक्ष पर प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं और कहा कि युवक ने आत्महत्या नहीं की है, उसकी हत्या की गई है। ज्ञापन में मामले की उचित जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
ज्ञापन में मृतक अभय उर्फ पप्पू के पिता कन्हैयालाल आदि परिजनों की ओर से बताया गया कि मृतक अभय उर्फ पप्पू आयु 26 वर्ष की मोटर वायडिंग की दुकान सरवानिया महाराज में है, जो अपने ग्राम धनेरिया टांका, तह. जावद से प्रतिदिन 8:30 से 9 बजे प्रातः जाकर सायं 8-9 बजे पुनः घर लौट आ जाता था। 23 नवंबर 2024 को अभय उर्फ पप्पू अपनी दुकान पर गया था, लेकिन शाम को वापस नहीं लौटा। जिस पर दुकान पर भी जाकर देखा तो पड़ोसी ने बताया कि अभय दिन में 11.30 से 12 बजे के बीच में अपनी दुकान खुली छोडकर ग्राम पलासिया थाना सिंगोली अपने ससुराल जाकर कुछ घंटों में लौटने की बोलकर गया था। जिसके बाद रात्रि कई बार अभय को फोन किया, पर उसने फोन नहीं उठाया। जिसके बाद पुलिस थाना जावद गुमशुदगी दर्ज कराने पहुंचे, तो पुलिस ने आवेदन लेने इंकार कर दिया था।
इधर अभय उर्फ पप्पू की दादी माँ कमलाबाई का भी 23-24 नवंबर 2024 को मध्य रात्रि करीब 2 बजे निधन हो गया था। इस कारण पूरा परिवार उनके अंतिम संस्कार में जुट गया था और 24 नवंबर 2024 को थाना जावद से फोन आया कि एक व्यक्ति का शव बरेखन गौशाला डीकेन के पास जंगल में पेड से लटका मिला है, जिसकी शिनाख्त अभय उर्फ पप्पू के रूप में हुई है। ज्ञापन में बताया कि डीकेन पुलिस ने मौका मुआयना कर मृतक के जो फोटो लिये है, उससे यह संदेह ही नही बल्कि स्पष्ट हो रहा है कि अभय उर्फ पप्पू के साथ कोई दुर्घटना हुई है तथा उसकी हत्या कर उसे पेड़ पर लटका दिया है। जबकि विचारणीय बात यह है कि अभय उर्फ पप्पू न तो बीमार था और न उसे कोई परेशानी थी, फिर वह आत्महत्या जैसा कदम नहीं उठा सकता था।
ज्ञापन में यह भी बताया गया कि मृतक अभय उर्फ पप्पू की पत्नी डिलेवरी के करीब 1 वर्ष बाद तक अपने पीहर में रहकर अभय से अलग रह रही थी, किंतु दोनो के बीच समय समय पर बातचीत हुआ करती थी तथा उनका एक बेटा भी था जो कि एक वर्ष का है। अभय उर्फ पप्पू द्वारा आत्महत्या करने जैसा कोई कारण नही था और उसकी हत्या कर पेड़ पर लटकाने की साजिश की गई है। चूंकि घटना स्थल से लिए गए फोटो यह साफ तौर पर स्पष्ट कर रहे है कि यदि कोई हष्टपुष्ट जवान लड़का अपने गले में रस्सी का फंदा बनाकर एक नाजुक से पेड़ से लटकेगा तो पेड़ की टहनी उसके वजन और फांसी लगाने के लिए कुदने के दौराने झटके से टूट जायेगी। मौके पर यह भी स्पष्ट है कि मृतक अभय के फांसी के फंदे पर झुलते समय उसके पैरो से न तो चप्पल फिसली न ही उसकी शर्ट के उपरी जैब में रखा मोबाईल जमीन पर गिरा । घटना में यदि मृतक अभय एक पेड़ से गले में फंदा डालकर कुदता तो उसके जेब में रखा मोबाईल जमीन पर गिर जाता या वह दम घुटने से पहले छटपटाता और उसके पैरो में पहनी चप्पल उतर जाती ।
मृतक के घटना स्थल पर एक शराब की बोलत रखी होने की बात सामने आई है, जबकि मृतक अभय शराब का सेवन नहीं करता था। वही मौके पर एक रस्सी का टुकड़ा भी पुलिस ने बरामद किया। पुलिस ने अब तक उक्त शराब की बोतल पर किसके फिंगरप्रिंट थे तथा उक्त रस्सी पर किसके फिंगर प्रिंट थे यह अपनी जांच में अब तक स्पष्ट नही किया है तथा मृतक के मोबाईल को जब्त करने के बाद उसकी किन- किन लोगो से अंतिम समय बातचीत हुई यह भी खुलासा नही किया है।
परिजनों ने लगाया आरोप, मारपीट कर फांसी के फंदे पर लटकाया-
ज्ञापन में परिजनों संदेह व्यक्त करते हुए कहा कि अभय के साथ उसके ससुराल पक्ष के द्वारा जिसमें उसके ससुर बद्रीलाल, सास एवं दो साले मनोज व दिनेश, गायत्री तथा अभय की पत्नी निर्मला द्वारा प्रार्थी के पुत्र के साथ मारपीट की व उसकी हत्या कर पेड़ पर लटका दिया और मिलीभगत कर हत्या को आत्महत्या का स्वरूप दिया गया। यहां तक की पीएम रिपोर्ट में भी गड़बड़ी के आरोप लगाए गए। एसपी के नाम डीएसपी निकतासिंह को दिए गए ज्ञापन में मृतक के पिता कन्हैयालाल प्रजापत ने मांग करते हुए कहा कि अभय के हत्या मामले में बारीकी से उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और आरोपी ससुर बद्रीलाल, सास एवं दो साले मनोज व दिनेश तथा अभय की पत्नी निर्मला एवं गायत्री के विरूद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर सख्त सख्त कार्रवाई की जाए।