अफीम फैक्टरी प्रबंधन और सुरक्षाकर्मियों ने घायल को अस्पताल पहुंचाने की बजाय एक घंटे तक बैठाए रखा, उच्च अधिकारियों को शिकायत
  • Reporter : dashpur live desk
  • Updated on: May 12, 2025, 10:31 pm

घायल नव्य अग्रवाल के पिता दीपक गर्ग (चूने वाला) ने लगाए गंभीर आरोप

नीमच। नीमच में स्थित ओमियन फैक्टरी प्रबधंन और सुरक्षाकर्मियों का अमानवीय और लापरवाही पूर्ण रवैय्या सामने आया है, जिसके कारण एक युवक जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है। रेलवे स्टेशन रोड स्थित अफीम फैक्टरी गेट के सामने दो स्कूटर की भिंडत हुई थी, एक स्कूटी पर फैक्टरी में तैनात कर्मचारी प्रिति चौधरी थी, वहीं दूसरी पर नव्य पिता दीपक  गर्ग निवासी मूलचंद मार्ग सवार थे। दुर्घटना में नव्य गर्ग को गंभीर चोंटे आई, अफीम फैक्टरी प्रबंधन और सुरक्षा कर्मचारियों ने प्रिति चौधरी को तो तुरंत अस्पताल पहुंचा दिया, लेकिन गंभीर घायल नव्य गर्ग को फैक्टरी के अंदर ले गए और करीब एक घंटे तक बैठाए रखा। उसके परिजनों बडी मशक्कत के बाद अस्पताल लेकर पहुंचे और युवक की गंभीर स्थिति को देखते हुए इंदौर रैफर कर दिया। इंदौर में सिर पर गंभीर चोटें आने और रक्त जमा होने के कारण आपरेशन करना पडा। अगर समय पर नव्य गर्ग को जिला अस्पताल पहुंचाया जाता तो यह स्थिति उत्पन्न नहीं होती। घायल के परिजनों ने फैक्टरी प्रबंधन और सुरक्षाकर्मियों की शिकायत फैक्टरी के वरिष्ठ अधिकारियों को की है।

यह दुर्घटना 3 मई 2025 को हुई थी, गंभीर घायल इंदौर में उपचारत है। घायल नव्य के​ पिता दीपक गर्ग ने बताया कि फैक्टरी प्रबंधन और सीएसएफ के कर्मचारियों ने घायल नव्य की स्थिति को न देखते हुए उनके स्टॉफ की प्रिति चौधरी को तो तुरंत अस्पताल पहुंचा दिया, जबकि नव्य को अस्पताल पहुंचाने की बजाय फैक्टरी के अंदर ले गए और मोबाइल भी छिन लिया। फैक्टरी प्रबंधन के लोगों ने खुद ही सजा देने की स्थिति में थे, जबकि गंभीर घायल को अस्पताल पहुंचाया जाना चाहिए। फिर देखता था कि गलती किसकी है, क्योंकि दोनों स्कूटी पर सवार थे। महिला कर्मचारी प्रिति चौधरी ने बिना देखे ही स्कूटी गेट की तरफ मोड दी, जबकि नव्य रोजाना की तरह कृषि उपज मंडी जा रहा था। फैक्टरी प्रबंधन व उनके स्टॉफ की वजह से नव्य की गंभीर स्थिति बनी है।

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