नीमच। नीमच जिले में मनासा पुलिस ने एक अभूतपूर्व सफलता हासिल करते हुए सराफा व्यापारी की दुकान से दिनदहाड़े हुई 5.50 लाख रुपये के गहनों की चोरी का मात्र 20 घंटों के भीतर न केवल पर्दाफाश किया, बल्कि इस अंतर्राज्यीय गिरोह के तीन शातिर आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया। इस त्वरित और सटीक कार्रवाई ने नीमच पुलिस की कार्यकुशलता का एक शानदार उदाहरण पेश किया है।
दिनांक 08 जुलाई, 2025 को मनासा नगर के सदर बाजार स्थित कैलाशचन्द्र सोनी, उम्र 74 वर्ष की सोने-चांदी की दुकान पर एक लाल रंग की हीरो पैशन प्रो मोटरसाइकिल से एक पुरुष और दो महिलाएं आईं। उन्होंने अपनी उम्र का फायदा उठाते हुए दुकानदार को चकमा दिया। नकली सोने की अंगूठी बेचने का झांसा देकर, गहने खरीदने का लालच दिया और बड़ी चालाकी से 58 ग्राम वजनी सोने की झुमकी, पेण्डल, अंगूठी से भरी एक प्लास्टिक डिब्बी धोखाधड़ी से पार कर दी। घटना की जानकारी मिलने पर फरियादी कैलाशचन्द्र सोनी ने तत्काल थाना मनासा पर अपराध क्रमांक 281/2025 धारा 318(4), 3(5) बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज कराया, जिसके बाद पुलिस ने तत्काल जांच शुरू कर दी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस अधीक्षक नीमच, अंकित जायसवाल के निर्देशानुसार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीमच, नवल सिंह सिसोदिया और अनुविभागीय अधिकारी पुलिस मनासा, साबेरा अंसारी के मार्गदर्शन में कुल 3 विशेष टीमों का गठन किया गया। इन टीमों ने युद्धस्तर पर काम करते हुए घटना स्थल के आसपास ऑपरेशन नीमच आई तकनीकी सहायता, और जन सहयोग के माध्यम से 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले। फुटेज से मिले संदिग्धों के हुलिए के आधार पर, पुलिस टीमों ने घटनाक्रम और वारदात के तरीके का विश्लेषण करते हुए, ऐसे ही अपराधों में लिप्त अन्य अंतर्राज्यीय अपराधियों के नेटवर्क की तलाश शुरू की।
पुलिस टीमों द्वारा संदिग्धों के फोटोग्राफ सीमावर्ती जिलों और राज्यों की पुलिस एवं जनता के साथ साझा किए गए। साथ ही, पूर्व में लिप्त अपराधियों के रिकॉर्ड का गहन विश्लेषण किया गया। इन प्रयासों का परिणाम यह हुआ कि मात्र 20 घंटों के भीतर पुलिस ने तीनों शातिर आरोपियों की पहचान कर उन्हें धर दबोचा। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में शामिल हैं।
विनोद पिता पदम सिंह बावरी निवासी धामनिया, थाना छोटीसादड़ी। यह कुख्यात आरोपी एक माह पूर्व ही निम्बाहेड़ा जेल से रिहा हुआ था और लूट के आरोप में निम्बाहेड़ा जेल में 3 माह तक निरूद्ध रहा था। इसके खिलाफ मध्यप्रदेश और राजस्थान में कई गंभीर अपराध दर्ज हैं। यह अपनी माँ और पत्नी के साथ मिलकर सुनारों को अपना शिकार बनाता था। श्यामा बाई पत्नी पदम सिंह बावरी निवासी धामनिया, हाल नयागांव
मीरा पत्नी विनोद बावरी निवासी धामनिया, इसके खिलाफ भी 4 अपराध दर्ज हैं।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त लाल रंग की हीरो पैशन प्रो मोटरसाइकिल के साथ-साथ चोरी किए गए सभी गहने - अंगूठी, पेण्डल, झुमकी, रामनवमी आदि - कुल 22 नग, जिनका वजन 58 ग्राम और अनुमानित कीमत 6,00,000 रुपये है, सफलतापूर्वक बरामद कर लिए हैं।
पुलिस टीम की शानदार भूमिका
इस उल्लेखनीय सफलता में मनासा पुलिस की टीम के निरीक्षक शिव रघुवंशी, उप निरीक्षक तेज सिंह सिसौदिया, उप निरीक्षक मंगल सिंह, उप निरीक्षक सपना राठौड़, प्रधान आरक्षक प्रदीप शिन्दे, आरक्षक लखन सिंह, आरक्षक रघुवीर सिंह, आरक्षक पदम सिंह, आरक्षक विनोद भाटी, आरक्षक विवेक और सैनिक जयपाल ने अपनी विशिष्ट भूमिका निभाई है। उनकी कर्तव्यनिष्ठा, तकनीकी दक्षता और अथक परिश्रम ने इस चुनौतीपूर्ण मामले को इतनी कम अवधि में सुलझाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।