मंदसौर। केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो (सीबीएन)इंस्पेक्टर महेंद्रसिंह चौधरी (जाट) को छोटीसादडी के किसान मांगीलाल गुर्जर से एक करोड रूपए की घूस लेने के मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जयपुर की टीम ने रिमांड पर ले रखा है, सीबीआई ने एक दलाल चित्तोडगढ जिले के आलाखेड़ी निवासी जगदीश मेनारिया को भी इस मामले में गिरफ्तार किया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीबीएन के इंसपेक्टर महेंद्रसिंह चौधरी ने नीमच, मंदसौर, प्रतापगढ और चित्तोडगढ जिले में कई दलालों को छोड रखा था, जिन्हें अवैध वसूली, रिश्वत की राशि में से 10 प्रतिशत का हिस्सा दलालों को दिए जाने की खबर है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पिपलियामंडी के हितेश और बालागुढा के पुरूषोत्तम से भी घूसकांड के आरोपी इंसपेक्टर महेंद्रसिंह चौधरी से सामने आए है। मंदसौर जिले के यह दोनों दलाल बीते कई समय से केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के इंसपेक्टर महेंद्रसिंह चौधरी के लिए किसानों व व्यापारियों को फंसाने का काम कर रहे थे। यह जानकारी भी सीबीआई जयपुर की टीम को लगी है। आरोपी महेंद्रसिंह चौधरी से जुडे हुए दलालों की सीबीआई की टीम ने खोजबीन शुरू कर दी है। पिपलियामंडी का हितेश व बालागुढा का पुरूषोत्तम भी यह मामला उजागर होने के बाद हरकत में आ गए है। हितेश व पुरूषोत्तम की कॉल डिटेल्स, वाटसऐप कॉल सहित कई तकनीकी पहलुओं की जांच पडताल की जाए तो सीबीएन के घूसखोर इंसपेक्टर महेंद्रसिंह चौधरी से कनेक्शन सामने आएगा।
आखिर कौन है पिपलियामंडी का हितेश और बालागुढा का पुरूषोत्तम— यह दोनों दलाल काफी समय से मंदसौर जिले में सक्रिय है, केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के इंसपेक्टर महेंद्र चौधरी के लिए ये दोनों खुलकर सामने आए है। मंदसौर जिले में इन्हीं दो दलालों ने करोडों की दलाली की है और कई किसानों को फंसाया है। सिलसिलेवार इन दोनों दलालों के कारनामें उजागर किए जाएंगे।