— इंसपेक्टर महेंद्रसिंह चौधरी को सीबीआई के हत्थे चढने के बाद नीमच—मंदसौर जिले के दलालों में हडकंप, अब दलालों पर सीबीआई कसेगी शिकंजा
नीमच—मंदसौर। केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो में किस तरह से घूसखोरी और रिश्वत चल रही है, इस बात का ताजा उदाहरण सीबीआई द्वारा हाल ही में हुई कार्रवाई से पता चलता है। सीबीआई ने केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के इंसपेक्टर महेंद्रसिंह चौधरी को छोटीसादडी के किसान मांगीलाल गुर्जर से रिश्वत लेने के मामले में रंगे हाथों पकडा। रिश्वत का जाल गांव—गांव में इंसपेक्टर महेंद्रसिंह ने फैला रखा था, चित्तोडगढ जिले के दलाल जगदीश मेनारिया के जरिए किसान मांगीलाल गुर्जर से रिश्वत लेने का खेल बीते दिनों से चल रहा था। किसान को एक केस में फंसाने की धमकी देकर एक करोड रूपए की मांग की गई थी, किसान 44 लाख रूपए दे चुका था और पैसे मांगे रहे थे, इस बात की शिकायत जयुपर सीबीआई टीम को किसान ने की और इंसपेक्टर को तीन लाख रूपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकडा और दलाल जगदीश मेनारिया को भी गिरफ्तार किया। दोनों रिमांड पर चल रहे है।
नीमच और मंदसौर जिले में आरोपी इंसपेक्टर महेंद्रसिंह चौधरी ने गांव—गांव में किसानों को फंसाने, तोडबट्टा करने के लिए दलाल बना रखे थे। दोनों जिले में 100 से अधिक दलाल महेंद्रसिंह के लिए काम कर रहे थे। नीमच व मंदसौर जिले के उन तमाम दलालों के नाम सिलसिलेवार उजागर किए जाएंगे। किस दलाल के जरिए किसे सलाखों के पीछे पैसा नहीं देने पर डाला गया, किस किसान की जमीन बिकवाई। उन सभी दलालों के कांड उजागर किए जाएंगे। इधर सीबीआई जयपुर की टीम आरोपी महेंद्रसिंह से जुडे हुए दलालों की खोजबीन करने में जुट गई है। नीमच में कई दलाल भूमिगत हो गए है।