मंदसौर। विशेष पुलिस स्थापना उज्जैन (लोकायुक्त) द्वारा बुधवार को मंदसौर में थोक उपभोक्ता सहकारी भंडार की प्रशासक हिमांगिनी शर्मा को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। श्रीमति शर्मा ने यह रिश्वत स्टेशनरी संबंधित चेक एवं नोटशीट पर हस्ताक्षर करने की ऐवज में मांगी थी। जिसकी शिकायत लोकायुक्त को हुई थी, जिस पर टीम बनाकर बुधवार को लोकायुक्त ने उन्हें ट्रैप किया।
आवेदक प्रभुलाल धनगर निवासी मंदसौर ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन आनंद यादव को शिकायत की थी कि जिला थोक उपभोक्ता सहकारी भंडार कालाखेत की प्रशासक एवं सहायक प्रबंधक हिमांगनी शर्मा द्वारा संस्था के संचालन संबंधी स्टेशनरी क्रय करने की नोटशीट व चेक पर हस्ताक्षर करने के सम्बन्ध में 30,000 रुपए रिश्वत राशि की मांग की जा रही है। पहली किश्त के रुप में 15 हजार रुपए देना तय हुआ। आज बुधवार को मंदसौर के कालाखेत स्थित कार्यालय में जैसे ही प्रभूलाल धनगर ने रिश्वत की राशि 15 हजार रुपए उन्हें दी, तुरंत लोकायुक्त की टीम आ धमकी और उन्हें रंगे हाथों पकड़ा। उनके हाथ धुलवाएं तो हाथ में लगाए गए रंग निकला। प्रशासक हिमांगिनी शर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया है।
22 सितंबर से चल रही थी ट्रैप करने की योजना— आवेदक प्रभुलाल धनगर भी उपभोक्ता सहकारी भंडार में कार्यरत है। संस्था के संचालन के लिए खरीदी गई स्टेशनरी के बिल पास नहीं किए जा रहे थे। 22 सितंबर 2025 को प्रभूलाल धनगर ने लोकायुक्त उज्जैन को शिकायत की। लोकायुक्त ने ट्रैप उपकरण दिए। जिसमें प्रशासक व आवेदक दोनों की बातचीत रिकार्ड की गई। 8 अक्टूबर को पहली किश्त के रूप में 15 हजार की राशि लेकर बुलाया गया था।