किसान आंदोलन: महू—नीमच हाईवे जाम, फिर ज्ञापन देने पहुंचे ट्रेक्टर से सैकड़ों किसान
  • Reporter : dashpur live desk
  • Updated on: November 3, 2025, 6:52 pm

नीमच। मध्यप्रदेश के नीमच के मोरवन बांध के पास एक कपड़ा फैक्ट्री लगाने को लेकर आज सोमवार को हजारों किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। ट्रेक्टर ले जाने के रूट को लेकर जावद में पुलिस से झड़प हुई, वहीं नीमच—हाईवे पर करीब एक घंटे तक किसानों ने चक्काजाम किया। इससे सैकड़ों वाहन जयपुर, महू, रतलाम की तरफ आने—जाने वाले  फंस गए। पुलिस प्रशासन हरकत में आया और किसानों को समझाईश देकर जाम खुलासा। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल ने पुलिस फोर्स की तैनाती की और भोलियावास रोड़ पर ही सैकड़ों ट्रेक्टर खड़े करवा दिए। नीमच कलेक्टर कार्यालय पर ट्रेक्टर के माध्यम से ज्ञापन देने का यह बड़ा प्रदर्शन है, जिसने  पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को हरकत में ला दिया।

नीमच जिले के मोरवन बांध के पास सुविधि रेयॉन्स प्राइवेट लिमिटेड टेक्सटाइल कंपनी द्वारा 350 करोड़ की लागत से कपड़ा फैक्ट्री लगाई जा रही है। बीते एक महिने से आसपास के करीब 50 गांवों के किसान इस फैक्ट्री का विरोध कर रहे है। सोमवार को किसानों ने ट्रेक्टर रैली कर कलेक्टर को ज्ञापन देने का कार्यक्रम प्रस्तावित किया था। सोमवार सुबह नौ बजे आसपास के किसानों की भीड़ जुटना शुरू हो गई। सुबह करीब 10.30 बजे जब ट्रेक्टर लेकर ग्रामीण जावद पहुंचे तो पुलिस ने ट्रेक्टरों को रोक दिया। इस पर पुलिस की झड़प हुई। कुछ देर बाद ट्रेक्टर को पुलिस ने नीमच की तरफ जाने दिया। इसके बाद सुबह 11 बजे ट्रेक्टर का काफिला महू—नीमच हाईवे भड़भ​डिया फंटे पर पहुंचा तो किसानों ने हाईवे पर वाहनों को रोकना प्रारंभ कर दिए। देखते ही देखती रूट पर चलने आने—जाने वाले वाहनों की लंबी कतारें लग गई। सूचना पर पुलिस फोर्स पहुंची, किसानों को समझाइश दी और रवाना किया। करीब एक घंटे तक दिल्ली, जयपुर, इंदौर, रतलाम, मंदसैर आने—जाने सैकड़ों वाहन जाम में फंसे रहे। इसके बाद किसानों के ट्रेक्टर नीमच आने से पहले ही भोलियावास रोड़ पर रोक दिए। यहां से किसान कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। कलेक्टर कार्यालय को पूरी तरह से बंद कर दिया गया। चारो तरफ बेरिकेट्स लगाकर नाकेबंदी कर दी, ताकि कोई भी प्रवेश न कर सकें। वहीं पूरा कलेक्टर परिसर पुलिस छावनी में तब्दिल हो गया। दोपहर को कलेक्टर हिमांशु चंद्रा को ज्ञापन देकर किसानों ने अपनी मांग रखी। किसानों का कहना है कि बांध का पानी फैक्ट्री से प्रदूषित होगा वहीं आसपास के फसलें भी खराब होगी। कलेक्टर ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

बवाल न हो, इसलिए पुलिस स​क्रिय— जैसे ही पुलिस को सुबह आंदोलन की जानकारी मिली तो पूरे जिलेभर का अमला सक्रिय किया गया। मोरवन से नीमच पहुंचने वाले मार्ग पर जगह—जगह पर पुलिस की तैनात कर दी। सुबह नौ बजे से दोपहर दो बजे तक नीमच में पुलिस प्रशासन हरकत में नजर आया।

ग्रामीणों ने यह रखी मांगे—
मोरवन बांध के पास कपड़ा फैक्टरी (टेक्सटाइल यूनिट) निर्माणाधीन है। इसका विरोध एक महिने से हो रहा है। ग्रामीणों का मानना है कि इससे पेयजल और सिंचाई के पानी को नुकसान होगा। ग्रामीणों ने परियोजना को लेकर विरोध प्रदर्शन भी किए हैं, और आरोप लगाया है कि बिना उचित जनसुनवाई के ही जमीन आवंटित की गई है। ग्रामीणों के अनुसार प्रस्तावित फैक्ट्री स्थल से 50 मीटर की दूरी पर स्वास्थ्य केंद्र और विद्यालय स्थित हैं। जिस भूमि पर फैक्ट्री का निर्माण हो रहा है, वह खेती, पशु चराई और खेल मैदान के लिए उपयोग की जाती थी। ग्रामीणों का आरोप है कि अधिकारियों ने बिना उचित निरीक्षण और जनसुनवाई के ही भूमि का आवंटन कर दिया।

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