मंदसौर। मध्पप्रदेश के मंदसौर पुलिस अधीक्षक विनोदकुमार मीना के नेतृत्व में मंदसौर पुलिस ने नकली नोट के मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस की टीम ने पंजाब के पटियाला जिले के एक मास्टर माईंड को गिरफ्तार कर नकली नोट बनाने के उपकरण सहित 3 लाख 66 हजार के नकली नोट जब्त किए है।
विगत दिनों वायडीनगर पुलिस ने नकली नोट खपाने वाले गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ की गई तो पंजाब के पटियाला जिले में नकली नोट का कारखाना संचालित होने की बात सामने आई। इस पर पुलिस ने रविवार को पंजाब के पटियाला जिले के मोहल्ला कसाबियो वाला सनोर में दबिश दी तो गुरजीतसिंह उर्फ गुरिंदरजीत सिंह पिता हंसराजसिंह जाति रविदासी सिख उम्र 36 साल के घर नकली नोट मनाने वाली मशीनें मिली। मौके से पुलिस ने प्रिंटर, कम्प्यूटर, नोट पर चिपकाने वाली हरे रंग की चमकीली पन्नी, स्कैल, नोट काटने के लिए कटर, नोट छापने के सादे कागज आदि बरामद किए वहीं भारतीय मुद्रा जैसे दिखने वाले 3 लाख 66 हजार के नकली नोट जब्त किए। आरोपी गुरजीतसिंह ने पुलिस को बताया कि वह पूरे देशभर में नकली नोट खपाता था। आरोपी राजस्थान में पहले भी नकली नोट के मामले में गिरफ्तार हो चुका है। मंदसौर के वायडीनगर थाना प्रभारी शिवांशु मालवीय और उनकी टीम का सराहनीय योगदान रहा है।
पुलिस कडी से कडी जोडकर कारखानें तक पहुंची—
वायडीनगर पुलिस ने दिनांक 27 अक्टूबर 2025 को आरोपी निसार, रीयाज और दीपक को गिरफ्तार किया था। इनके कब्जे से 76 नकली नोट 500—500 के जब्त किए थे। इन्होंने हरियाणा अम्बाला के संदीपसिंह और प्रिंस से नकली नोट लिए थे। पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार किया और इनके कब्जे से भी 12 नकली नोट जब्त किए थे। इन दोनों से पूछताछ हुई तो इन्होंने मुख्य मास्टरमाईंड पटियाला जिले के गुरजीतसिंह को बताया और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर मुख्य सरगना तक पहुंचने का काम किया है। इस मामले में कुल अब तक 5 आरोपी गिरफ्तार हो चुकी है। आरोपियों से पूछताछ जारी है।