मंदसौर। अफीम पटटो के नाम पर रिश्वत या अवैध वसूली के मामले में खबरें आने के बाद नारकोटिक्स विभाग भी अलर्ट हो गया है। विभाग के अधिकारियों ने किसानो को आगाह किया है कि वे किसी दलाल या अन्य व्यक्ति के चक्कर में न पडे। अफीम पटटा वितरण के समय विभाग के अधिकारियों की यह कार्रवाई किसानों के हित में मानी जा रही है। नारकोटिक्स विभाग के अधिकारियों के अनुसार अफीम के पटटों में किसी तरह का पैसा नहीं लिया जा रहा है, अगर नियम में है तो निश्चित ही पटटा उन्हें मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि नीमच, मंदसौर और राजस्थान के जिलों में भी अफीम पटटों के नाम पर अवैध वसूली और रिश्वत की खबरें लगातार सामने आ रही है। बीस से 80 हजार रूपए तक लिए जा रहे है। बहाल पटटों मे भी जमकर खेल चल रहा है। कई जगहों पर तो सीधे रूप से मुखियाओं पर आरोप लग रहे है, किसान इसलिए खुलकर नहीं बोल रहे है कि कहीं उनका पटटा कट न हो जाए। दलाल व कई मुखिया नारकोटिक्स विभाग के अधिकारियों से तगडी सांठगांठ होने का दावा कर रहे है। अब विभाग को चाहिए कि सर्वे कर ऐसे दलालों और मुखियाओं पर कार्रवाई की जावे, ताकि विभाग के नाम से लिए जा रही रिश्वत व अवैध वसूली पर अंकुश लग सके। अगर विभाग के अधिकारी एक या दो ऐसे दलालों पर कार्रवाई करते है तो कोई अवैध वसूली की हिम्मत नहीं करेगा। तृतीय खंड के अफीम अधिकारी निरंजन गुरू ने मीडिया से कहा कि मैं हर किसान से कहना चाहता हूं कि दलालों के चक्कर में ना फंसे, सीधे अधिकारी से मिले। यदि नियम के अनुसार पटटा आ रहा होगा तो जरूर मिलेगा।