मंदसौर। गरोठ थाने में पदस्थ सब इंसपेक्टर नितिन कुमावत को हाल ही में मंदसौर एसपी अनुराग सुजानिया ने निलंबित कर दिया है। एसआई के काले चिठठे और फर्जीवाडे, अवैध वसूली के मामले पत्ते की तरह खुल रहे है। वायडीनगर थाने में पदस्थ रहते हुए एसआई ने जमकर लाठीचार्ज किया था। वहीं गरोठ थाने में किसानों को फंसाने के लिए तस्करों के साथ में रखते थे और मादक पदार्थ खुद खरीदते थे। 11 अक्टूबर को एसआई ने 2 किलो 900 ग्राम अफीम जब्त की थी। मिली जानकारी के अनुसार इस प्रकरण में फर्जीवाडा किया गया था। एसआई ने मुल्तानपुरा के शाहिद नामक तस्कर से अफीम खरीदने का जाल बुना। नरेंद्र पिता श्रवणसिंह निवासी महुआ को शामगढ थाना क्षेत्र माकडी माताजी बुलाया और उसे पकड लिया। उसे छोडने के एक करोड रूपए की मांग की गई, लेकिन नरेंद्रसिह की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। ऐसी स्थिति में उसके परिजनों ने एक करोड रूपए देने से मना कर दिया तो उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट का प्रकरण दर्ज किया। एसआई के निलंबन के बाद मंदसैर जिले में उसके खिलाफ लोग खुलकर सामने आने लगे है। जिन—जिन लोगों से अवैध रूप से एनडीपीएस एक्ट के मामलों को लेकर पैसे लिए गए है, उन्हें वापस दिलाने की मांग की जा रही है।
जिसे देने वाला बताया, वह फर्जी—
एसआई नितिन कुमावत को जब एक करोड रूपए नहीं मिले तो उसने मामला दर्ज किया। साथ में रहने वाले मुल्तानपुरा के शाहिद तस्कर को छोड दिया, जिसे अफीम देने नरेंद्र आया था। फीम अजहर पिता अजीज नीलगर निवासी भवानीमण्डी जिला झालावाड को देना बताया है, जकि उक्त नाम का कोई व्यक्ति ही नहीं है। वरिष्ठ अधिकारी जांच पडताल करें तो पूरे प्रकरण की सत्यता सामने आएगी।