मंदसौर—नीमच। सोमवार को मंदसौर जिले की वायडीनगर पुलिस ने एक होमगार्ड को अवैध पिस्टल की खरीदी कर ब्लैकमेल कर 25 हजार रूपए वसूलने के मामले में गिरफ्तार किया है। होमगार्ड जवान विजेश पिता रामचंद्र मालवीय मंदसौर पुलिस लाइन में पदस्थ है। वह फर्जी पिस्टल खरीदार बना और जैसे ही रतलाम जिले के दो युवक पिस्टल लेकर आए और इन्हें पकड कर मामला रफा—दफा करने के लिए ब्लैकमेल किया, इतने में वायडीनगर पुलिस आ धमकी और पूरे मामले का भंडाफोड किया। यह अवैध पिस्टल का मामला है, इसी तरह नीमच और मंदसौर जिले में मादक पदार्थ अफीम और डोडाचूरा को लेकर भी हो रहे है। पुलिसकर्मी खुद या अपने साथी के जरिए अफीम व डोडाचूरा खरीदी के लिए संपर्क करते है और झांसे में लेकर उन्हें अफीम या डोडाचूरा लेकर बुलाते है और बाद में नकली खरीदार बने पुलिसकर्मी उन्हीं को ब्लैकमेल कर लाखों वसूलते है। हाल ही में मंदसौर जिले में गरोठ में पदस्थ रहे सब इंसपेक्टर नितिन कुमावत को एसपी ने संस्पेड किया है। एसआई द्वारा मंदसौर जिले में कई ऐसे मामले किए गए है, जो मुल्तानपुरा के एक शाहिद नाम के तस्कर को आगे रखकर लोगों को जाल में फंसाकर मादक पदार्थ मंगाता था और उनसे लाखों रूपए वसूलकर मामले को रफा—दफा करते थे। सीतामउ क्षेत्र के एक युवक से 25 लाख रूपए ले लिए थे, वित्त मंत्री जगदीश देवडा तक मामला पहुंचा तो पैसे वापस लौटाने पडे। पांच किलो अफीम के मामले में भी एसआई का यही प्लॉन था। तस्कर शाहिद को साथ में रखकर राजस्थान के तस्कर को दांव बनाया जा रहा था, लेकिन उसने एसआई का प्लॉन भांप लिया और पुलिस पर हमला कर दिया। मंदसौर जिले में इस तरह के कई कारनामें एसआई नितिन कुमावत ने किए है, वरिष्ठ अधिकारियों को चाहिए कि खुद पार्टी बनकर तोडबटटा कर मामले को रफा—दफा करने वाले एसआई नितिन कुमावत पर एनडीपीएस एक्ट की विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज होना चाहिए।