चित्तोडगढ। केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो राजस्थान यूनिट द्वारा पांच मामलों में जब्त किया हुआ डोडाचूरा, टेबलेट, इंजेक्शन और सिरप को बिरला सीमेंट फेक्ट्री में नष्ट करवाया गया। वहीं, तीन मामलों में जब्त दवाइयों को जयपुर में नष्ट किया गया। इसके अलावा अफीम और हेरोइन को समय-समय पर नष्ट किया जाता है।
उप नारकोटिक्स आयुक्त कोटा विकास जोशी ने बताया कि नारकोटिक्स की टीम लगातार अपनी कार्रवाई कर रही है। चित्तौड़गढ़ में पिछले दिनों कई तरह के ड्रग्स और एनडीपीएस के मामले में कार्रवाई की गई है। ऑफिस में भंडारण जयदाय होने के कारण उनका निस्तारण करना ज्यादा जरूरी था। इसलिए सभी मालों की सूची बनाकर अलग-अलग जगहों पर नष्ट किया गया।
कुछ ड्रग्स का चित्तौड़गढ़ तो कुछ ड्रग्स का जयपुर में हुआ निस्तारण—
उप नारकोटिक्स आयुक्त विकास जोशी ने बताया कि 5 मामलों में जब्त किया हुआ लगभग 98 क्विटल डोडाचूरा, 11 लाख 99 हजार 626 टेबलेट (ट्रामाडोल, अल्प्राजोलम, बूफेरोमोरफीन, क्लोजापाम आदि), 4 लाख 91 हजार 610 (इन्जेक्शन) और 2540 (सीरप ) कोडीन फास्फेट यानी कुल 9814 किलो डोडाचूरा और ड्रग का एमपी बिरला सीमेंट फैक्ट्री चंदेरिया में निस्तारण किया गया।
इसके अलावा चित्तौड़गढ़ नारकोटिक्स की टीम ने जयपुर में भी कई कार्रवाई की है। जयपुर के तीन मामलों में जब्त 17 लाख 63 हजार 093 ट्रामाडोल टेबलेट, 29 लाख 01 हजार 840 अल्प्राजोलम टेबलेट, 50 ट्रामाडोल इन्जेक्शन और 15600 (सीरप ) कोडीन फास्फेट का निस्तारण मै. इन्सट्रोमेडीक्स वेस्ट मेनेजमेन्ट, जयपुर में करवाया गया। उन्होंने बताया कि अफीम और हेरोइन की मात्रा कम होने के कारण उन्हें समय-समय पर ही नष्ट कर देते है। कुछ दिन पहले ही 4 मामलों में जब्त किया हुआ 56.800 किलो अफीम और एक मामले में जब्त 200 ग्राम हेरोइन को नष्ट किया गया था।