मंदसौर। पिलियामंडी क्षेत्र में शराब तस्करी के मामले में आरोपी रहे सरपंच पति रणजीतसिंह शक्तावत का एक और मामला सामने आया है। जिसमें उसने अपने गुर्गो के साथ पूर्व जनपद पंचायत सदस्य के साथ डेढ लाख रूपए की लूट को अंजाम दिया। पीडित ने पिपलियामंडी थाने में शिकायती आवेदन दिया है, जिसकी जांच पुलिस ने शुरू कर दी है।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पूर्व पिपलियामंडी थाने में रणजीतसिंह शक्तावत के खिलाफ अवैध वसूली और अश्लील वीडियो वायरल करने का मामला दर्ज किया था। आरोपी रणजीतसिंह शक्तावत ने दो युवकों का अश्लील वीडियो बनाया और उनसे पैसों की मांग की। एक ने डेढ लाख रूपए दे दिए थे, दूसरे से सैक्स के लिए लडकी की व्यवस्था किए जाने की मांग की थी, लेकिन फरियादी उसकी मांग को पूरी नहीं कर पाया और आरोपी रणजीतसिंह शक्तावत ने उसका वीडियो वायरल कर दिया। इस मामले में आरोपी रणजीतसिंह शक्तावत फरार है। इसी दौरान एक और मामला सामने आया है, जिसमें आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर लूट की घटना को अंजाम दिया है।
बाबूखेड़ा निवासी पूर्व जनपद सदस्य रुघनाथसिंह चौहान ने शिकायत में बताया 15 नवंबर 2022 को घर पर बेची उपज के डेढ़ लाख रुपए लेकर भाई विक्रमसिंह बाइक से बाबूखेड़ा से मंदसौर जा रहा था। ढिकनिया में चौराहे पर मुझे सफेद स्कार्पियो में सवार गांव मूंदेड़ी, हालमुकाम रमा हवेली पिपलियामंडी निवासी रणजीतसिंह शक्तावत, उसका बेटा भरत विजयप्रताप, यशपाल उर्फ डोनाल्ड के अलावा तीन-चार लोग मिले। मुझे इन्होंने रोक लिया और छीना- झपटी की। मेरा मोबाइल व डेढ़ लाख रुपए नकदी छीन लिए और मेरा अपहरण करने की नीयत से स्कार्पियो में डाल दिया। इस दौरान गांव में चौराहे पर मौजूद लोगों ने बीचबचाव कर मुझे छुड़ाया। रुघनाथसिंह ने शिकायत में बताया पिपलियामंडी पुलिस चौकी पर पहंुचा तो मेरा आवेदन ले लिया और कुछ देर बाद रणजीतसिंह आया और मेरा मोबाइल एएसआई डीएस पंवार को दे दिया। बाद में एएसआई पंवार ने मेरा मोबाइल मुझे दे दिया लेकिन मेरे डेढ़ लाख रुपए अभी तक नहीं दिलाए हैं और ना इनके खिलाफ कोई कार्रवाई की। रुघनाथसिंह ने जबरन अपहरण करने का प्रयास करने, डेढ़ लाख रुपए नकदी लूटने व मोबाइल छीनने वाले रणजीतसिंह, इसके बेटे भरत विजयप्रतापसिंह, यशपाल उर्फ डोनाल्ट व इसके गुर्गों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।पिपलिया पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने पर सीएम, गृहमंत्री, वित्तमंत्री, डीजीपी सहित अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को शिकायत भेजी है।