नीमच। मनासा में बद्रीविशाल मंदिर की जमीन पर अवैध तरीके से कॉलोनी काटने के मामले को लेकर मनासा की जनता में आक्रोश पनप रहा है। भक्तगण अब खुलकर सामने आ गए है और मनासा के गली मोहल्ले से लेकर मुख्य बाजारों में होर्डिग्स व बोर्ड लगा दिए गए है कि मंदिर की जमीन की कोई भी खरीद—फरोख्त न करें, जो भी भू माफियाओं के झांसे में आएगा तो उसकी जिम्मेदारी स्वयं की होगी। उल्लेखनीय है कि मनासा भाटखेडी बायपास पर सर्वे नंबर 92 से लेकर 100 तक करीब पांच हेक्टेयर भूमि मंदिर की थी, उक्त जमीन कथा बांचने के लिए स्वर्गीय रमेशचंद्र ओझा के दादा को दी गई थी, लेकिन बाद में राजस्व रिकार्ड में हेराफेरी कर उक्त जमीन को वारिसों के नाम चढा दिया और उक्त जमीन पर मंदसौर के भू माफिया कोमल बाफना की नजर पडी और मिलीभगत कर पुराना रिकार्ड को न देखते हुए कोमल बाफना ने उसके बेटे चयन के नाम पर नामांतरण करवा लिया और अब उक्त जमीन पर अवैध कॉलोनी का निर्माण किया जा रहा है। बीते कुछ दिनों पूर्व ही यह मामला प्रकाश में आया था और खुलासा होने के बाद लोगों ने उक्त जमीन से दूरिया बना ली है, प्रापर्टी बाजार में उक्त विवादित जमीन के सौदे थम गए, वहीं दलाल पैसे के चक्कर में लोगों को उलझाने में लगे हुए है। ऐसे में मनासा के जागरूग भक्तों ने जगह—जगह बोर्ड लगा दिए है कि उक्त जमीन की खरीद—फरोख्त न करें, सूत्रों ने बताया कि मनासा में मंदिर की जमीन को खुर्द—बुर्द किए जाने के मामले में जन आंदोलन भी हो सकता है। अभी तक जिला प्रशासन की तरफ से कोई बडा एक्शन नहीं लिया गया है।