नीमच। विगत दिनों राजस्थान सरकार के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के समक्ष निम्बाहेडा में दो किसान फरियाद लेकर पहुंचे। दोनों किसानों का कहना था कि अफीम केस के नाम पर उनसे 14—14 लाख रूपए बिचोलिए ने लिए। पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने सुपरविजन में लापरवाही बरतने के आरोप में निम्बाहेड़ा सदर थाना प्रभारी तुलसीराम प्रजापति को निलंबित कर दिया है। शुरूआती जांच में संलिप्तता पाई जाने पर सहायक उप निरीक्षक गोवर्धनलाल और भैरूलाल को निलंबित किया गया है। पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना का बीस दिसंबर 2022 को भुज्याखेड़ी के किसान भागीरथ पुत्र दौलतराम धाकड़ और भैरूलाल पुत्र डालचंद धाकड़ स्वागत करने निम्बाहेड़ा पहुंचे थे। इस दौरान आंजना ने कहा था एनडीपीएस केस नाम पर डर बताकर इनसे 14-14 लाख रूपए ऐंठ लिए गए। जानकारी में आने पर उन्होंने हस्तक्षेप कर किसानों को यह राशि वापस दिलवाई। पुलिस ने बताया कि यह बात संज्ञान में आने के बाद उन्होंने मामले की जांच एडिशनल एसपी अर्जुन सिंह को दिनांक 23 दिसम्बर को सौंपी। पड़ताल में सामने आया कि गत 1 दिसम्बर को भागीरथ धाकड़ और भैरूलाल धाकड़ को टाई का खेड़ा निवासी पप्पू पाटीदार ने यह कहकर डराया कि उनके द्वारा पूर्व में बेची गई अफीम मिलावटी निकली है। जिसमें एनडीपीएस में कार्रवाई के साथ जेल जाने के अलावा अफीम का पट्टा भी रद्द हो जाएगा। इससे बचने के लिए पुलिस को 14-14 लाख रूपए दोनो को देने होंगे। बाद में वह दोनों किसानों को निम्बाहेड़ा के सदर थाने के बाहर बिठा दिया और खुद अन्दर चला गया। कुछ देर बाद बाहर आकर कह दिया कि मामला रफा-दफा करवा दिया है।
एडिशनल एसपी की ओर से किसानों के बयान लेने के बाद एसपी दुष्यंत ने निम्बाहेड़ा सदर थाने के प्रभारी सी आई तुलसीराम प्रजापति को प्रारंभिक तौर पर सुपरविजन में लापरवाही बरतने पर तथा एएसआई गोवर्धनलाल और हेडकांस्टेबल भैरूलाल को रविवार रात को निलंबित कर दिया। मामले की जांच अभी जारी है।