मंदसौर। अलावदाखेड़ी में युवक की हत्या को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। परिजनों ने युवक के शव को गांधी चौराहे पर रखकर विरोध-प्रदर्शन किया। उन्हाेेंने मुआवजे व आरोपी का घर तोड़ने की मांग की। सूचना पर कलेक्टर गौतम सिंह व एसपी अनुराग सुजानिया मौके पर पहुंचे और परिजन को कार्रवाई की जानकारी दी। इसके बाद मामला शांत हुआ। 30 दिसंबर को अलावदाखेड़ी निवासी सिमूल व उसके पिता पारूलाल के साथ गांव के ही दशरथसिंह ने लठ्ठ से मारपीट की। दोनों को गंभीर चोट आई। प्राथमिक इलाज के बाद दोनों को रेफर किया गया। इलाज के दौरान सोमवार को सिमूल की मौत हो गई। मंगलवार को परिजन शव लेकर मंदसौर पहुंचे। यहां गांधी चौराहे पर शव रखकर विरोध-प्रदर्शन किया। वे आरोपी का घर तोड़ने, मामला फार्स्ट ट्रैक काेर्ट में चलाने व मुआवजे की मांग कर रहे थे। मौके पर पहुंचे कलेक्टर ने उन्हें नियमों की जानकारी देते हुए बताया कि नियमानुसार मामले में एफआईआर होने के उन्हें आधा मुआवजा 4 लाख 12 हजार 500 व घायल के लिए 50 हजार मिलना हैं जो कि सुबह ही स्वीकृत किए जा चुके हैं।
मकान तोड़ने की मांग पर यह बताया कि नियमों के तहत अवैध मकान तोड़ा जा सकता है। पहले आरोपी के मकान की विस्तृत जानकारी निकाली जाएगी। यदि वह अवैध होता है तो उसे तोड़ा जाएगा। एसपी सुजानिया ने पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की जानकारी दी।