मंदसौर। मंदसौर के अलावदाखेडी गांव में आपसी विवाद को लेकर एक युवक की हत्या कर दी गई थी। इस हत्या के विरोध में गांव में आक्रोश है। परिजनों ने मंदसौर के गांधी चौराहे पर शव रखकर आरोपियों के मकान ध्वस्त करने की मांग की, जिस पर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए हत्या के आरोपी का मकान जमींदोज कर दिया है।
बीती 30 दिसम्बर को शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के अलावा खेड़ी गांव में गांव के दबंग दशरथ पिता प्रहलाद सिंह राजपूत ने आदिवासी पारुलाल पिता लिमजी और उनके पुत्र सिमुन पिता पारुलाल को लाठी से पीट दिया था। दोनों को गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया जहां से दोनों पिता पुत्र को गंभीर हालात में राजस्थान के उदयपुर रेफर किया गया गई। दो दिन चले उपचार के बाद सोमवार कोउदयपुर में बेटे सिमुन की मौत हो गई। बुधवार की सुबह बेटे का अंतिम संस्कार किया ही था कि दोपहर में पिता पारुलाल की भी मौत उपचार के दौरान मौत हो गई। आदिवासी संगठन जायस और भीम आर्मी ने मृतक के परिजनों के साथ शहर के गांधी चौराहा पर शव रखकर प्रदर्शन किया था । परिजनों में आरोपी के मकान तोड़ने ,परिजनों को मुआवजा देने सहित मृतक की पत्नी को सरकारी नोकरी देने और बच्चो के मुफ्त शिक्षा दिलाने की मांग की थी। मामले में कलेक्टर गौतम सिंह ने बताया कि शासन के प्रावधान के अनुसार पिता पुत्र की मौत के बाद प्रावधान अनुसार 8 लाख 25 हजार रुपए तुतंत प्रभार से दे दिए जाएंगे वही चलान पेश होने के बाद इतने हो रुपए और दिए जाएंगे। परिजनों को कुल 16 लाख 50 हजार की सहायता राशि मिलेगी । वही प्रशासन के अमले ने श्राम को अलावदा खेड़ी स्थित आरोपी के अवैध अतिक्रम पर बुलडोजर चलकर धराशायी कर दिया।