मंदसौर। आॅन लाइन गेम की लत युवाओं का बर्बाद तो कर ही रही है साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर कर रही है। एक तरह से यह जुआ है। हार—जीत के दांव लगते है और यही युवाओं की मौत का कारण बन रही है। मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में रम्मी सर्कल गेम में एक बालक आठ लाख रूपए हार गया था, सामने वाले युवक ने जीते हुए पैसे लेने के लिए बालक का अपहरण कर लिया और फिर पांच लाख की फिरौती मांगी और फिर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी गई। इस सनसनीखेज हत्याकांड का सुवासरा थाना प्रभारी शिवांशु मालवीय ने खुलासा करते हुए हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उसने यह बात स्वीकारी है।
8 फरवरी को सुवासरा थाना क्षेत्र के गुराड़िया प्रताप से 16 वर्षीय किशोर विकेश प्रजापत का अपहरण हुआ था। जिसका शव शुक्रवार शाम (11 फरवरी) गांव के पास गणेश मगरा पर एक बोरे से मिला था। मामले में पुलिस ने देर रात 2 युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने वारदात करना स्वीकार कर लिया। शनिवार शाम एसपी अनुराग सुजानिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले का खुलासा किया।
एसपी अनुराग सुजानिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मृतक का परिवार आरोपी शुभम के ईंट भट्टे पर काम करता है। आरोपी मोबाइल पर ऑनलाइन गेम में करीब 9 लाख रुपए हार गया था। इसी उधारी को चुकाने के लिए उसने अपने चचेरे भाई को साथ में लेकर विकेश (16) पिता बद्रीलाल प्रजापत का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव बोरे में भरकर पोल्ट्री फार्म के पास गणेश मगरा पर फेंक आए। आरोपियों ने एक चुराई हुई सिम से मृतक के पिता को फोन कर 5 लाख की फिरौती मांगी थी। आरोपी शुभम स्कूल जाते वक्त विकेश (16 साल) को अपने साथ बाइक पर बैठाकर ले गया था और साथी के साथ मिलकर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी थी।
पुलिस ने जब शुभम से सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया। उसने पुलिस को बताया कि वह ऑनलाइन गेम का आदी हो चुका है। ऑनलाइन गेम में वह करीब 9 लाख रुपए हार गया था। इसी कर्ज को चुकाने के लिए उसने चचेरे भाई अजय प्रजापत के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया। आरोपी शुभम और उसके चचेरे भाई ने प्लान बनाया कि विकेश को किडनेप कर उसकी हत्या कर देंगे और इसके बाद उसके परिजनों से फिरौती की मांग करेंगे।
प्लान के मुताबिक आरोपी शुभम 8 फरवरी को स्कूल जा रहे विकेश को अपनी बाइक पर ले गया और साथी अजय के साथ मिलकर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद हाथ में बांधने वाले मौली धागे से उसके हाथ-पैर बांधकर एक बोरे में पैक कर दिया और गांव के मगरे पर फेंक आए। पुलिस ने दोनों आरोपियों शुभम (23) पिता लालचन्द प्रजापत निवासी बालागंज मोहल्ला सुवासरा और अजय (21) पिता श्रवण प्रजापत निवासी गायत्री मंदिर के सामने सुवासरा को गिरफ्तार कर लिया है।