चित्तोडगढ। चित्तोडगढ जिले के खनन कारोबारी शेर खान के बेटे पर लगे दुष्कर्म का आरोप के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है। दरअसल शेर खान के बेटे जावेद का कोई लेना—देना नहीं है। 50 लाख का ऐंठने के लिए एक हिस्ट्रीशीटर ने ही प्लॉन किया था। पुलिस की जांच में यह सिद्ध हुआ है, पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधीक्षक श्री राजन दुष्यंत ने बताया कि गत वर्ष नवम्बर माह में सावा निवासी जावेद खान पुत्र शेर खान के विरुद्ध दुष्कर्म का झूठा मुकदमा दर्ज करवाकर 50 लाख रूपयों की मांग करने के थाना शंभूपुरा पर दर्ज प्रकरण का अनुसंधान करते हुए डीएसपी लाभूराम बिश्नोई ने शंभूपुरा थाने के हिस्ट्रीशीटर ख्वाजाबाग के पास, सावा थाना शंभूपुरा निवासी 33 वर्षीय अनिस खान पुत्र हाजी अब्दुल सत्तार खान को चित्तौड़गढ़ से गिरफ्तार किया है। हिस्ट्री शीटर अनिस के खिलाफ पूर्व में मारपीट के करीब 5 प्रकरण दर्ज है। मामले में आरोपी से गहनता से पूछताछ की जा रही है।
ऐसे खुली फर्जीवाडे की पोल—
— प्रारंभिक जांच में युवतियों ने जिस जगह दुष्कर्म होने की बात कही थी, उस जगह पर पिछले कई सालों से मुर्गी पालन का काम हो रहा था। इसके अलावा इंस्टाग्राम पर हुई दोस्ती की कहानी भी मनगढ़ंत लगी। पुलिसवालों के आईडी-पासवर्ड पूछे जाने पर पीड़िताओं ने भूल जाने का बहाना किया। वहीं, खनन व्यवसायी ने इस मामले को रिश्तेदारों द्वारा पैसे ऐंठने की साजिश करना बताया। पुलिएस ने इस दिशा में जांच पडताल की तो यह साफ हो गया कि युवतियों के साथ रेप नहीं हुआ था, सिर्फ पैसा वसूलने के लिए झूठी कहानी बनाई गई है। क्योंकि खनन कारोबारी शेर खान के निधन के बाद संपत्ति का मालिक जावेद खान है, अरबों रूपए का मालिक होने के कारण दुष्कर्म का केस दर्ज करवाकर पैसा वसूलने का प्लॉन बनाया गया था। जिसका मास्टर माइंड अनिस खान ही था।