मंदसौर। मंदसौर जिले का चिर्चित शराब माफिया और कथित समाजसेवी रणजीतसिंह शक्तावत हाल मुकाम मुंदेडी पर आखिरकार जिला प्रशासन का चाबूक चल ही गया। शराब माफिया रणजीतसिंह शक्तावत को जिला दंडाधिकारी ने तीन माह के लिए जिला बदर घोषित कर दिया है। नीमच, मंदसौर सहित आसपास के जिलों की सीमा में रणजीतसिंह शक्तावत घूम नहीं सकेगा, अगर सीमा में प्रवेश करता है तो पुलिस सलाखों के पीछे डालेगी। आपको बता दें कि रणजीतसिंह शक्तावत रेलवे कर्मचारी है, लेकिन समाजसेवा का ढिंढोरा काफी समय से पीटता आया है। रणजीतसिंह शक्तावत का नाम जहलीरी शराबकांड में भी सामने आया था। इसके अलावा पिपलियामंडी में अवैध शराब के मामले में भी पुलिस ने आरोपी बनाया था इस मामले में हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत मिली, लेकिन अपराध जगत में और अधिक पैर पसारना शुरू कर दिया। कुछ माह पूर्व दो गरीब युवकों का अश्लील वीडियो बनाया और बदले में सैक्स के लिए लडकी की व्यवस्था किए जाने की डिमांड की थी, जब पीडित ने डिमांड पूरी नहीं की तो इन महाशय ने उनका वीडियो वायरल कर दिया। पुलिस ने कथित समाजसेवी और शराब माफिया के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था। आरोपी रणजीतसिंह शक्तावत पर पिपलियामंडी थाने में आठ मामले दर्ज है, इसमें कई गंभीर धाराओं में है।
पिपलियामंडी क्षेत्र में अति का हुआ अंत, माफिया रणजीतसिंह शक्तावत के चेहरे से नकाब उतरा— रणजीतसिंह शक्तावत कुछ साल पहले ही चर्चा में आया, गरीब व्यक्तियों को धमकाकर अपनी धाक जमाने लगा। वित्त मंत्री जगदीश देवडा का खास बताकर भी लोगों को चमकाने का काम किया। इसके अलावा करणीसेना की भी आड निकली। वित्त मंत्री जगदीश देवडा ने भी आपराधिक तत्व के दूरिया बना ली है। चेहरे से नकाब पूरी तरह से उतर गया है और अब आसपास की जनता में दो कोडी की औकात हो गई है।
इस मामले में पिपलियामंडी थाना प्रभारी नरेंद्रसिंह यादव ने बताया कि रणजीतसिंह शक्तावत को जिला दंडाधिकारी महोदय द्वारा तीन माह के लिए जिलाबदर किए जाने का आदेश आज ही प्राप्त् हुई है। रणजीतसिंह शक्तावत अवैध शराब, प्राणघातक हमले सहित विभिन्न् धाराओं में कई प्रकरण दर्ज है।