नीमच। पोस्तादाना के व्यापार की आड में नीमच में कुछेक व्यापारी मादक पदार्थ की तस्करी कर रहे है। पोस्ता का व्यापार तो सिर्फ बचने का कारण है, उसकी आड में अफीम कालादाना, धोलापाली सहित मादक पदार्थ कर अरबों में खेल रहे है। कई कार्रवाई और तमाम चेतावनी और नियम कायदों को ताक में रखकर तस्करी की पटरी पर मंत्री बदर्स के संचालक दौड रहे है। कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी के जेल जाने के बाद कथित व्यापारी राजेश मंत्री द्वारा बडे पैमाने पर अफीम कालादाना और धोलापाली की तस्करी की जा रही है। पोस्तादाना छनाई के लाइसेंस नहीं होने के बाद भी औद्वोगिक क्षेत्र में धडल्ले से पोस्ता की बारिक छनाई कर उससे धोलापाली और कालादाना निकालकर बाहरी राज्यों में उंचे दामों में बेचा जा रहा है। इस काले धंधे में पैसों की बारिश होती है, राजेश मंत्री और उसका भाई सुरेश मंत्री दोनों अफीम कालादाना और धोलापाली तस्करी के सरगना बने हुए है, मंत्री बदर्स वाले कुख्यात बन गए है। महू—नीमच हाईवे के ढाबों पर अफीम कालादाना और धोलापाली की सप्लाई की पूरी चैन चलाई जा रही है वहीं बाहरी प्रदेशों में पोस्तादाना की आड में मादक पदार्थ भेजा रहा है।
कार्रवाई से कई माह मंडी बंद रही थी, फिर भी कुख्यात तस्करों ने काम जारी रखा— सीबीएन की कार्रवाई के बाद नीमच के व्यापारियों ने कुछ माह तक निलामी में भाग नहीं लिया, लेकिन मंत्री बदर्स के राजेश मंत्री द्वारा काले—पीले का यह काम जारी रखा और चोरी छिपे पोस्ता खरीदरकर उसमें से अफीम कालादाना और धोलापाली निकालते रहे। हडताल के दौरान ही इन्होंने क्विंटलों मादक पदार्थ बाहर भेजा। अफसरों की बैठक में यह तय हुआ था कि कोई भी पोस्तादाना को छानेगा नहीं, लेकिन तस्करी के सरगना राजेश मंत्री द्वारा खुलेआम छनाई की जा रही है और भारी मात्रा में मादक पदार्थ निकालकर बाहर अफीम के दामों में अफीम के अंश को बेचा जा रहा है।
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फोटो— मंत्री बदर्स का संचालक एवं गिरोह का सरगना राजेश मंत्री।