प्रतापगढ। प्रतापगढ जिले के उप कारागृह छोटीसादडी में कैदियों की मौज हो रही है। कैदी को घर या होटल का खाना, या फिर मोबाइल जैसी सुविधा का उपयोग जेल के लेनी है तो जेल स्टॉफ की सेवा पानी करके हासिल की जा सकती है। दस से बीस हजार रूपए की मासिक बंदी लेकर जेलर व अन्य स्टॉफ समुचित व्यवस्था करवा रहा है। जेल के अंदर मानो मेहमानों जैसी खातिरदारी कैदियों की हो रही है।जेल में कानून—कायदें सिर्फ किताबों तक ही सीमित रह गए है। कोई भी अपराध घटित करने वाले कैदी ऐश की जिंदगी अंदर जी रहे है। प्रतापगढ कलेक्टर अगर छापामार कार्रवाई करें तो जेल में कैदियों को दी जा रही विशेष सुविधाओं का भंडाफोड हो सकता है।