नीमच। नीमच पोस्ता मंडी कई माह तक इसलिए बंद रही थी कि केेंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो द्वारा दो फर्म पर कार्रवाई हुई थी। कई माह बाद मंडी चालू हुई और मंडी इस शर्त पर चालू की गई थी कोई भी पोस्तादाने को छानेगा नहीं, पोस्ते को कई बार छानकर उसके अंदर से अलग से कालादाना और धोलापाली निकालेगा नहीं, लेकिन इस हिदायत को मेघदूत ट्रेडिंग कंपनी के कर्ताधर्ता मनोज गर्ग और केदार गर्ग ने धुल की तरह उडा दिया है और जमकर कालादाना और अफीम धोलापाली निकाला जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार बडे पैमाने पर मेघदूत ट्रेडिंग कंपनी बडे पैमाने पर अफीम के अंश को निकाला जा रहा है और इसे बाहर तस्करी में बेचा जा रहा है। सफेदपोश बनकर मादक पदार्थ की तस्करी की जा रही है। मेघदूत ट्रेडिंग के काले कारनामों की खबरें बेबाकी से प्रकाशित की जा रही है। बताया जा रहा है ज्ञानोदय कॉलेज के पीछे पोस्तादाने को छानकर उससे अफीम का अंश निकालने का काम चल रहा है। कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी के साथ अकसर सफेदपोश मनोज गर्ग और केदार गर्ग देखे जा सकते थे, बाबू के साथ रहकर तस्करी के तरीके और तमाम रूट समझ लिए और कुख्यात तस्कर बाबू के जेल जाने के बाद काले कारोबार में इन्होंने रफ्तार पकड ली है।
तीन साल पहले पडा था प्रशासन का छापा, नकली पैकिंग का मामला पकडा था— जनवरी 2020 में जिला प्रशासन ने मेघदूत ट्रेडिंग कंपनी पर शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत मिलावटखोर करने वाली मेघदूत ट्रेडिंग कंपनी पर कार्रवाई की थी। कलोंजी और तिल्ली की नकली पैकिंग करते हुए पकडा था, फर्जी ब्रांडिंग होने से मौके से कीट तिल्ली के 27 बैग वजन 808 किलो, 555 ब्रांड तिल्ली के 21 बैग वजन 1048 किलो व ब्लैक डायमंड कलौंजी के 24 बैग वजन 1198 किलो जब्त किए गए और संचालक मनोज कुमार गर्ग को ही अभिरक्षा में सुपुर्द किया था। प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद कर्ताधर्ताओं ने पोस्ता के व्यापार में उतरे और अब की स्थिति में नीमच में सरगना बन गए है।