संक्षिप्त विवरण -पुलिस अधीक्षक महोदय, जिला नीमच अमित तोलानी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय, सुन्दरसिंह कनेश एवं नपुअ फुलसिंह परस्ते के निर्देशन तथा नीमच कैंट थाना प्रभारी निरीक्षक योगेन्द्रसिंह सिसोदिया के नेतृत्व में मणिपुररम गोल्ड में पैसा रखने की बात को लेकर 02 लाख 95 हजार रूपये की धोखाधडी करने वाले आरोपीयों को पकड़ने में मिली बडी सफलता।
घटना का संक्षिप्त विवरण दिनांक 28.03.2023 को आरोपी द्वारा फरियादी तरुण आईआईएफएल गोल्ड लोन बैंक में सीनीयर मेनेजर के पद पर हैं जिससे संपर्क किया गया कि उसे मणिपुररम गोल्ड लोन बैंक में गोल्ड रख रखा है जिसमें ब्याज अधिक लग रहा हैं वहां से गोल्ड निकालकर आईआईएफएल गोल्ड लोन बैंक में रखना हैं। पहले वहां पर पैसे 02 लाख 95 हजार रूपये जमा करना है वह रूपये दे तो वह रूपये आपकी गोल्ड लोन बैंक में जमा कर दूँगा। जिस पर फरियादी ने उक्त दिनांक को 02 लाख 95 हजार रूपये आरोपी को दिये थे। आरोपी मणिपुररम गोल्ड लोन बैंक से गोल्ड ना लाकर फरियादी को धोखा देकर वहां से रूपये लेकर फरार हो गया और धोखाधडी की। जिस पर से फरियादी के द्वारा दिनांक-29.03.2023 को थाना नीमच कैंट पर रिपोर्ट दर्ज कराई जिस पर से थाना नीमचकेंट पर अप.क्र - 165 / 2023 धारा 420 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया जाकर अलग-अलग टीमें गठित की जाकर विवेचना तकनीकी साक्ष्य एवं सीसीटीवी फुटेज का बारीकी से टीमों के द्वारा अध्ययन व विश्लेषण किया जाकर आरोपियों को गिरफ्तार करने में थाना नीमच कैट टीम को सफलता हासिल हुई हैं I पुलिस ने बताया कि घटना का मुख्य आरोपी रमेश के खिलाफ राजस्थान के छोटीसादड़ी थाने में एनडीपीएस एक्ट का प्रकरण दर्ज हैं, जहां से वह फरार चल रहा हैं
गिरफ्तार आरोपी - 01 रमेश उर्फ कमलेश पिता शांतीलाल उम्र 30 साल निरोला
थाना-रिंगनोद जिला रतलाम
02 राजाराम पिता विश्राम सुर्यवंशी उम्र 30 साल निवासी मीणाखेडा थाना-औद्योगिक क्षेत्र जावरा जिला-रतलाम
जप्तशुदा मश्रुका- नकदी 02 लाख रूपये घटना में प्रयुक्त मोटरसाईकिल के आर जे 09 एसएफ 0944 व एक मोबाईल जप्त किया गया
सरहानीय भूमिका:- उक्त कार्यवाही मे उनि शिशुपालसिंह गौर, सउनि लक्ष्मणसिंह राठौर, उनि
कैलाश कुमरे, प्रआर विरेन्द्रसिंह तोमर प्रआर आदित्य गोड, प्रआर प्रदीप शिन्दे (सायबरसेल नीमच). आर. कुलदीप सिह (सायबर सेल नीमच ) आर. लखनप्रताप सिंह (सायबर सेल नीमन) आर 11 श्रीपालसिंह चन्द्रावत, आर लक्की शुक्ला, आर. नरेन्द्रसिंह का सराहनीय योगदान रहा।