मंदसौर। मंदसौर जिले भानपुरा थाने में पदस्थ एक आरक्षक द्वारा थाना परिसर में खडे जब्त वाहन से पहिए निकालने के मामले में एसपी अनुराग सुजानिया ने निलंबित कर दिया है। सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होने व डायल हंड्रेड के चालक द्वारा शिकायत करने के बाद यह कार्रवाई हुई है। इस घटना के बाद आशंका व्यक्त की जा रही है कि पुलिस थाने में कई मामलों में वाहन जब्त है, क्या पुलिसकर्मी ही उनके पुर्जे या सामान निकालकर उपयोग कर रहे है। बडे अधिकारियों को इस मामले की जांच करवाई जाना चाहिए, ताकि सच्चाई पता लग सके।
भानपुरा थाना क्षेत्र के 100 वाहन के ड्राइवर गिरीश नाडिया ने बताया कि 1 व 2 अप्रैल की रात में 2 बजे आरक्षक नरेंद्र सोनी बाबुल्दा गांव में मेरे पास एक टायर बनाने वाले को लेकर आया। दोनों मुझसे डायल 100 का जैक लेकर के चले गए। स्टाफ का आदमी होने की वजह से मैंने आरक्षक नरेंद्र सोनी को जैक दे दिया। मेरे मांगने पर जैक नहीं दिया। मैं सुबह लोकेशन गांव बाबुल्दा से भानपुरा थाने पर गया तो सुबह 5 बजे से 6 बजे के बीच आरक्षक नरेंद्र सोनी वह पंचर वाला मोबाइल की लाइट के उजाले में जब्ती की गईए गाड़ियों के टायर निकाल रहे थे। मैंने मोबाइल से इसके वीडियो भी बनाए। मेरे विरोध करने पर मुझे जान से मारने की धमकी दी, गालियां दी और मुझे थप्पड़ मारकर भाग गए। मुझे जातिगत आधार पर प्रताड़ित किया गया।